सरायकेला। क्षेत्र प्रसिद्ध चैत्र पर्व के चड़क पूजा के घट पाट परंपरा के तहत सोमवार की देर शाम गरिया-भार घट का आगमन हुआ। राजकीय छऊ नृत्य कला केंद्र के निदेशक गुरु तपन कुमार पटनायक के नेतृत्व में द्वापर युग के प्रतीक स्वरूप उक्त गरिया-भार घट लाया गया। इस अवसर पर पाट भोक्ताओं द्वारा शुद्धता से स्नान ध्यान कर माजना घाट से गरिया-भार घट लेकर चले। इस दौरान घटवाली द्वारा द्वापर युग के महाभारत कथा अनुसार भगवान श्री कृष्ण और गोपियों का वेश धारण कर नृत्य प्रदर्शन किया गया। जिसे महाभारत के श्री राधा एवं कृष्ण के अलौकिक प्यार का प्रतीक माना जाता है। पदयात्रा के साथ घट को डेली मार्केट स्थित प्राचीन शिवालय के प्रांगण में लाकर विधि विधान के साथ स्थापित किया गया। बताते चलें कि मंगलवार की मध्य रात्रि कलयुग के प्रतीक स्वरूप कालिका घट का आगमन होगा। और बुधवार को पाट संक्रांति के साथ चड़क पूजा एवं घट पाट परंपरा का समापन किया जाएगा।
संवाददाता सरायकेला-खरसवाॅ :- संजय कुमार मिश्रा ।