सरायकेला-खरसावां( विकास कुमार) कोरोना की दूसरी लहर के अचानक तीव्र गति से मामले बढ़ने के कारण स्वास्थ्य विभाग के सामने ऑक्सीजन बेड, ऑक्सीजन आपूर्ति तथा अन्य कई सुविधाओं को लेकर बीते दिनों गंभीर चुनौती सामने आई थी। इस चुनौती के बीच जैसे तैसे वह दुरूहकाल तो बीत गया। लेकिन अब प्रशासन उस आपात स्थिति के अनुभवों से सबक लेते हुए न सिर्फ अपनी स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ा रही हैं बल्कि ऑक्सीजन की आत्मनिर्भरता में भी बढ़ोतरी के प्रयास में जुटी हैं। साथ ही साथ आने वाले संभावित तीसरी लहर को लेकर पूर्व तैयारी मजबूती से करने में जुटी है। इसी के मद्देनजर आज जिले के उपायुक्त अरवा राजकमल के नेतृत्व में प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सदर अस्पताल का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया। इस दौरान आने वाले दिनों में पाइप लाइन के जरिए ऑक्सीजन आपूर्ति की सुविधा युक्त 70 बेड को जल्द से जल्द तैयार करने, ऑक्सीजन आपूर्ति के स्थाई समाधान हेतु प्लांट निर्माण करना तथा कोरोना के तीसरी लहर के बीच छोटे बच्चों के प्रभाव पड़ने की आशंका के मद्देनजर स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट तैयार करने को लेकर निरीक्षण किया गया। उपायुक्त ने सदर अस्पताल के सभी यूनिट का दौरा करते हुए इसे जल्द तैयार करने तथा बेहतर रूप में तैयार करने को लेकर निर्देश दिया। साथ ही स्थाई ऑक्सीजन प्लांट निर्माण को लेकर भी स्थल का चयन किया। इस बारे में जानकारी देते हुए उपायुक्त राजकमल ने बताया कि अगले 7 से 8 दिन में सदर अस्पताल में 70 बेड पर पाइप लाइन के जरिए ऑक्सीजन सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। अभी प्रारंभिक चरण में ऑक्सीजन सिलेंडर के जरिए इन बेड पर ऑक्सीजन आपूर्ति कराई जाएगी। लेकिन आने वाले दिनों में ऑक्सीजन की कमी ना हो इसको लेकर अस्पताल परिसर में ही ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण किया जाएगा। ताकि पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन आपूर्ति में कोई दिक्कत ना हो। फिर 15 बेड को आईसीयू तथा वेंटीलेटर की सुविधा से लैस किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दूसरी लहर के बीच ऑक्सीजन को लेकर पिछले दिनों काफी परेशानी हुई थी। इसी के मद्देनजर ऑक्सीजन सुविधा युक्त बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है तथा ऑक्सीजन की कमी ना हो इस पर भी ध्यान दिया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि आने वाले कोरोना की तीसरी लहर में छोटे बच्चों के प्रभावित होने की आशंका है। इसको लेकर 4 बेड का एसएनसीयू यूनिट बनाया गया है। जहां बच्चों को इलाज की सुविधा मिलेगी। वहीं उन्होंने कहा कि अभी जिले में ब्लैक फंगस के मामले नहीं आए है। लेकिन लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।