सरायकेला-खरसवाॅ ( विकास कुमार) 111 सेव लाइफ अस्पताल द्वारा मरीजों के इलाज के दौरान अमर्यादित व्यवहार करने तथा अत्यधिक राशि वसूलने और अस्पताल के प्रबंधक डॉक्टर ओपी आनंद द्वारा स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम के साथ दुर्व्यवहार करने व स्वास्थ्य मंत्री पर अमर्यादित टिप्पणी करने का मामला दिनोंदिन तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले को लेकर अस्पताल तथा उसके प्रबंधक पर कड़ी कार्रवाई करने को लेकर लगातार आवाज उठाई जा रही है। इस मामले को लेकर इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष पवन कवि ने उपायुक्त को पत्र लिखकर अस्पताल प्रबंधक ओपी आनंद पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि आदित्यपुर के रहने वाले कोरोना संक्रमित मरीज सुनील कुमार झा के मौत मामले में मृतक की बेटी ज्योत्सना झा एवं निधि झा ने भी शिकायत दर्ज करवाई है। जिसके अनुसार हॉस्पिटल द्वारा 5 दिनों के भीतर 165000 लिया गया। जिसमें प्रतिदिन 35 हजार के हिसाब से चार्ज किया गया। साथ ही इसका बिल भी उन्हें मुहैया नहीं कराया गया। जब उन्होंने इस बाबत अस्पताल में शिकायत दर्ज करवाई तो जूनियर डॉक्टर रक्षित आनंद ने निधि झा के साथ बदतमीजी की। साथ ही अस्पताल प्रबंधक डॉ ओपी आनंद की पत्नी डॉ सरिता आनंद ने भी दुर्व्यवहार किया। इस बाबत जिला प्रशासन तथा डीएलएसए को मृतक के बेटी द्वारा शिकायत किया गया है। वहीं मरीजों से अधिक राशि वसूलने के मामले में जब स्वास्थ्य विभाग की टीम अस्पताल में जांच करने गई तो जांच टीम के साथ भी अस्पताल के प्रबंधक डॉक्टर ओपी आनंद ने दुर्व्यवहार किया और स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की। इस मामले में अस्पताल तथा अस्पताल प्रबंधक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। पवन कवि ने कहा कि प्रशासन को अस्पताल को सील नहीं करना चाहिए। बल्कि अस्पताल को अपने कब्जे में लेकर मरीजों का फ्री इलाज कराना चाहिए। मालूम हो कि इस मामले को लेकर आर आई टी थाना में मामला दर्ज किया गया है। जिसमें गैर जमानतीय 341, 323, 340, 304, 353, 506 और 188 धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है। जिसको लेकर कार्रवाई जारी है। साथ ही उपायुक्त के निर्देश अस्पताल के खिलाफ जांच टीम का गठन किया गया है और जांच जारी है।
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