BySanjay Mishra

Jan 21, 2022
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प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के ब्रह्मा बाबा

की 53वीं पुण्यतिथि मनाई गई…….

सरायकेला। सरायकेला स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सेवा केंद्र पर संस्था के साकार संस्थापक अलौकिक पिता ब्रह्मा बाबा की 53वीं पुण्यतिथि मनाई गई। जिसका शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि सरायकेला नगर पंचायत उपाध्यक्ष मनोज कुमार चौधरी, केंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी पूनम, अमलेश सिन्हा, विक्की अग्रवाल एवं अमित राणा ने दीप प्रज्वलित कर और माल्यार्पण कर किया।

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मौके पर ब्रह्माकुमारी पूनम ने कहा कि ब्रह्मा बाबा की त्याग तपस्या और मानवता के कल्याण के लिए समर्पण का सत्य स्वरूप उद्घाटित किया। मनोज कुमार चौधरी ने ब्रह्मा बाबा के आदर्शों को जीवन में धारण करने वाले ब्रह्माकुमार एवं कुमार यों के तपस्वी जीवन की सराहना की। बताया गया कि ब्रह्मा बाबा के अंतिम वाक्य थे बधो निराकारी, निरंकारी एवं निर्विकारी रहना। इन 3 शब्दों में ही गीता का सार समाया हुआ है। शांति तो आत्मा का स्वधर्म है। विश्व शांति के प्रणेता ब्रह्मा बाबा एक ऐसे दिव्य पुरुष थे, जिन्होंने विषय वासनाओं में भटकी मानवता को घर गृहस्थ में रहते ब्रह्मचर्य पालन के महान तब की महिमा समझाएं। और परमात्मा शिव के मार्गदर्शन में अपना सर्वस्व न्योछावर कर समस्त मानव जाति को महान बनने एवं सुख शांति पूर्ण जीवन जीने का रास्ता दिखाएं। इस अवसर पर मुकेश साहू, बुद्धेश्वर महतो, महेंद्र कुमार वर्मा, मनोहर कुमार सिंह, मुन्नी, रितु अग्रवाल, सरस्वती, सविता बनर्जी, शुभम, कृष्णा, साधन राउत, मानस एवं ब्रम्हाकुमारी परिवार के सदस्य मौजूद रहे।

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