साहिबगंज
रण बिजय गुप्ता(संथाल ब्यूरो)
शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के संयुक्त प्रावधान के तहत संचालित विद्यालय स्वास्थ्य एवं कल्याण कार्यक्रम के तहत माध्यमिक और उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
उक्त प्रशिक्षण में प्रधानाध्यापकों को NCERT द्वारा तैयार किए गए ११ मोडयूल और JCERT द्वारा तैयार किए गए ५ मोडयूल पर प्रशिक्षण दिया गया। एनसीईआरटी द्वारा तैयार किए गये मोडयूल के अंतर्गत स्वस्थ बढ़ना, भावनात्मक कल्याण एवं मानसिक स्वास्थ्य, जेंडर समानता, पोषण, इंटर्नेट सेफ़्टी जैसे विषयों को शामिल है ।वही जेसीआरटी द्वारा बाल विवाह, बाल मज़दूरी, बाल तस्करी जैसे संवेदनशील विषयों को शामिल है।
विदित हो कि २०१८ इस महत्वाकांक्षि कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर ज़िला से की थी। माना जा रहा है कि इस कार्यक्रम से छात्रों के सर्वांगीण विकास को नयी उड़ान मिलेगी। साथ ही क़िशोर सम्बंधित स्वास्थ्य एवं भावनात्मक विषयों में भी सुधार होगा।
उक्त प्रशिक्षण की शुरुआत साहिबगंज में ४ मार्च को की गयी थी। अबतक ३ प्रखंड का प्रशिक्षण किया जा चुका है। ७ और ८ मार्च को उधवा, बोरीयो और बरहेट प्रखंड के प्रधानाध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वही ९ और १० मार्च को राजमहल, तलझारी व बरहरवा प्रखंड का प्रशिक्षण होना है।
C-3( Centre For Catalyzing change) संस्था इस कार्यक्रम में तकनीकी सहयोग दे रही है। सी-3 के कार्यक्रम पदाधिकारी सत्यजीत कुमार ने बताया कि साहिबगंज के सभी स्कूल जहाँ वर्ग ६ या उससे ऊपर की पढ़ाई होती है ,वहाँ इस कार्यक्रम को संचालित किया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य दूत और स्वास्थ्य संदेशवाहक का चयन किया जा चुका है। जल्द ही विद्यालय स्तर पर इस कार्यक्रम का शुभारम्भ किया जाएगा।
साहिबगंज में इस कार्यक्रम के नोडल पदाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि कार्यक्रम के लिए ५०४ विद्यालयों का चयन किया गया है ।अधिकांश विद्यालय के स्वास्थ्य दूतों का पाँच दिवसीय प्रशिक्षण भी हो गया है।
इस प्रशिक्षक में आशीष महाराज, मृत्युंजय कुमार, श्यामजी ओझा, पिंकी कुमारी, राजीव कुमार अपना योगदान दे रहे है।