चर्चित कन्हैया सिंह हत्याकांड: प्यार में रोड़ा बन रहे अपने ही पिता की प्रेमी संग मिल हत्या करा दी बेटी अपर्णा ने
सरायकेला। सरायकेला-खरसावां जिले के हाई प्रोफाइल और चर्चित कन्हैया सिंह हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने घटना के 9 दिनों बाद कर लिया है। पूर्व विधायक अरविंद सिंह के साले और व्यवसायी कन्हैया सिंह हत्याकांड में कलियुग का विभत्स रुप भी सामने आया है। जिसमें मृतक कन्हैया सिंह की अपनी बेटी अपर्णा ने प्रेमी राजवीर के साथ मिलकर अपने पिता की हत्या करवाने का खुलासा हुआ है। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक आनंद प्रकाश और मामले की अनुसंधान के लिए गठित की गई एसआईटी टीम के टीम लीडर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सरायकेला हरविंदर सिंह ने प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी दी है। पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि बीते 29 जून को हुई कन्हैया सिंह की हत्या प्रेम में अड़चन और राजवीर सिंह के परिवार को प्रताड़ित कर आदित्यपुर से भगाने का परिणाम है। उक्त दोनों ही घटना से राजवीर गुस्से में था। जिसे लेकर राजवीर सिंह ने अपनी प्रेमिका और कन्हैया सिंह की पुत्री अपर्णा तथा दोस्त निखिल गुप्ता का सहारा लेकर हत्या की घटना को अंजाम दिया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कन्हैया सिंह की हत्या की सूत्रधार उनकी बेटी अपर्णा ही बनी। जो पल-पल की जानकारी और लोकेशन हत्यारों को दे रही थी। उन्होंने बताया कि कन्हैया सिंह की हत्या बीते 20 जून को ही पटना में हो जाती। लेकिन वहां मौका नहीं मिला। बीते 20 जून की रात राजवीर सिंह अपने दोस्त और शूटर निखिल गुप्ता कांग्रेस जिलाध्यक्ष छोटेराय किस्कू के बेटे सौरभ किस्कू को लेकर पटना गया था। उस दिन कन्हैया सिंह पटना में मौजूद थे। इसका लोकेशन भी अपर्णा सिंह दे रही थी। पटना में निखिल को देसी कट्टा सौरभ किस्कू ने ही उपलब्ध कराया था। जिसमें सौरभ ने ₹8500 में देसी कट्टा और एक गोली उपलब्ध कराया था। उन्होंने बताया कि इस हत्याकांड में अब तक 4 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। जिसमें राजवीर सिंह, अपर्णा सिंह, निखिल गुप्ता और सौरभ किस्कू शामिल है। जबकि दो अन्य आरोपी छोटू दिग्गी और रवि सरदार अभी फरार हैं। पुलिस ने हत्यारे निखिल का हत्या के समय पहने कपड़े, जूते, देसी कट्टा, एक खोखा और 4 मोबाइल जब किए हैं। बताया गया कि हत्याकांड के मुख्य सूत्र निखिल गुप्ता को कन्हैया सिंह की हत्या करने के लिए सुपारी के रूप में राजवीर ने मात्र ₹4000 नगद और अपनी प्रेमिका अपर्णा सिंह की हीरे की अंगूठी दी थी। हत्या करने के बाद कुछ और पैसे देने थे। जिसे लेकर हत्या करने के बाद निखिल रात्रि 11:30 बजे मानगो डिमना जाकर पैसे की मांग भी की थी। लेकिन उस समय राजवीर सिंह ने पैसे नहीं दिए थे।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि शुन्य से शुरू कर इस हत्याकांड का खुलासा किया गया है। जोकि एक चुनौती भरा अनुसंधान रहा। ऊपर से मामले को लेकर राजनीतिक दबाव भी था। बावजूद इसके हमारी टीम ने बेहतर काम किया है। उन्होंने कहा कि इस घटना के उद्भेदन करने वाले सभी पुलिस अधिकारियों को पुरस्कृत करने और स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलाने का कार्य किया जाएगा। बताया जा रहा है कि अपने पिता स्वर्गीय कन्हैया सिंह की लाडली रही अपर्णा सिंह को उसके पिता कन्हैया सिंह ने ही हीरे की अंगूठी उपहार में दी थी। और दूसरी जगह शादी कराने की बात से नाराज अपना सिंह ने उसी हीरे की अंगूठी को सुपारी के रूप में देखकर अपने पिता कन्हैया सिंह की हत्या करवा दी।