सरायकेला-खरसावां (संजय कुमार मिश्रा) विश्व योग दिवस के पूर्व दिवस पर वेब टेलीकास्ट के माध्यम से आनंद मार्ग द्वारा सीनी और उसके आसपास के क्षेत्र में महिलाओं और बच्चियों को योग साधना का प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करते हुए अवधुतिका आनंद अनीमा आचार्या, अवधूतिका आनंद आराधना आचार्या एवं अवधुतिका आनंद रजिता आचार्या द्वारा इस मौके पर योग, आसन और प्राणायाम के बीच अंतर समझाते हुए लोगों को ऑनलाइन वर्चुअल प्रशिक्षण दिया गया। मौके पर उन्होंने कहा कि अष्टांग योग के माध्यम से ही पूरे विश्व में शांति संभव है। और योग ही एक ऐसा माध्यम है जिससे पूरे दुनिया को एक सूत्र में बांधा जा सकता है। आनंद मार्ग के योग साधना में जीव आत्मा को परमात्मा के साथ मिलाने की जो आध्यात्मिक साधना की प्रक्रिया है वही योग है। जबकि आसन करने से शरीर और मन स्वस्थ रहता है। इससे ग्रंथि दोष दूर होता है। और मनसे अप्रिय चिंताएं भी दूर हो जाती हैं। इसी प्रकार प्राणायाम एक स्वांस की प्रक्रिया है। जो स्वांस नियंत्रण के साथ ईश्वर भाव आरोपित करता है। ध्यान करने से मनुष्य का आत्मविश्वास बढ़ता है। और जो लोग डिप्रेशन के शिकार हैं, उनके लिए यह बहुत बड़ी चिकित्सा है।