छऊ गुरु राधाकांत पटनायक के निधन से शोकाकुल हुआ सरायकेला का छऊ जगत,
एक महीने के भीतर सरायकेला छऊ के दो सितारे हुए अस्त….
सरायकेला Sanjay । छऊ नृत्य कला और म्यूजिक के गुरु रहे गुरु राधाकांत पटनायक का बुधवार को उनके सरायकेला स्थित पैतृक निवास पर निधन हो गया। वे 75 वर्ष के थे। उनके निधन की खबर मिलते ही सरायकेला के छऊ जगत में शोक की लहर दौड़ पड़ी। सरायकेला नगर पंचायत उपाध्यक्ष मनोज कुमार चौधरी एवं सीनियर फैलोशिप विजेता युवा छऊ कलाकार रजतेंदु रथ ने गुरु राधा खंड पटनायक के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए दुख प्रकट किया है। उन्होंने कहा है कि एक माह के अंतराल में सरायकेला छऊ के दो-दो महान कलाकारों का जाना सरायकेला छऊ के लिए अपूरणीय क्षति है। इसके अलावा अन्य गणमान्य लोग एवं कलाकार भी उनके निवास स्थान पहुंचकर उनके अंतिम दर्शन किए। बताते चलें कि गुरु राधाकांत पटनायक परंपरागत छऊ घराना राजेंद्र अखाड़े से आते थे। इनका जन्म सरायकेला में 15 नवंबर 1947 को हुआ था। उन्होंने छऊ नृत्य कला की प्रारंभिक शिक्षा अपने पिता गुरु नट शेखर वन बिहारी पटनायक एवं गुरु लिंगराज आचार्य से प्राप्त की थी। छऊ नृत्य के साथ-साथ गुरु राधा क्रम पटनायक ने छऊ म्यूजिक नगाड़ा, मांदल, ढोल, खाल, तबला एवं चेड़चेड़ी वादन के भी कलाकार रहे। वर्ष 1985 में उन्होंने यूनाइटेड किंगडम, वर्ष 2007 में इंडो जापान कल्चरल फेस्टिवल में तथा देश के विभिन्न प्रमुख कार्यक्रम में प्रदर्शन किए।