कोरोना से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार…
सदर अस्पताल में मॉक ड्रिल के जरिए इंफ्रास्ट्रक्चर, संसाधन
ऑक्सीजन बेड, ऑक्सीजन प्लांट व अन्य संसाधनों की जांच की
गई।
सरायकेला Sanjay । जिले में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट बीएफ 7 संभावित खतरे से निपटने को लेकर तैयारी की जा रही है। कोरोना से निपटने व इसके रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह तैयार है। इसे लेकर क्विक रिस्पांस टीम का भी गठन किया गया है। कोरोना से बचाव और रोकथाम को लेकर मंगलवार को सदर अस्पताल में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस दौरान बेड और वेंटिलेटर की सुविधाएं जांची गई। Mock drill के जरिए अस्पतालों में इंफ्रास्ट्रक्चर की सिटी पीपीई किट की संख्या N95 मास्क और वेंटिलेटर की संख्या, कोविड वार्ड की तैयारी बेड की संख्या, संकट की स्थिति में ऑक्सीजन प्लांट की कार्यक्षमता और अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई की स्थिति आदि की जानकारी ली गई। इसके माध्यम से कोशिश की गई कि कोरोना के मरीज को कैसे एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल लाया जा सकता है और उन्हें कैसे आइसोलेट किया जाएगा, इसमें क्या-क्या सावधानी बरतनी है, इसकी जानकारी दी गयी। इसके अलावा सैनीटाइज करने, मास्क, टोपी आदि से एहतियात बरतने की जानकारी भी दी गयी।
सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने मॉक ड्रिल का जायजा लेते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड में है। सदर अस्पताल में ऑक्सीजन युक्त बेड और आईसीयू पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में हमें सतर्क रहने की जरूरत है। कोरोना गाइडलाइन का पालन हर हाल में होना चाहिए। फेस मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और समय-समय पर हाथ होते रहने के मंत्र को एक बार फिर से ध्यान में रखना है। भीड़भाड़ वाले स्थान पर जाने से बचना है। सिविल सर्जन ने कहा कि बूस्टर डोज नहीं लेने वाले व्यक्ति स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर जल्द से जल्द बूस्टर डोज अवश्य लें। ताकि कोरोना के प्रभाव को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग शत प्रतिशत लोगों का टीकाकरण करने का प्रयास कर रही है। इस अवसर पर जिला रेड क्रॉस सोसाइटी के सचिव देवाधिदेव चटर्जी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक निर्मल दास, डॉ चंदन कुमार, सदर अस्पताल प्रबंधक संजीत राय सहित अन्य अस्पताल कर्मी एवं चिकित्सक मौजूद रहे।