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हो भाषा हमारी पहचान और हमारा आस्तिव है: सोनाराम बोदरा…

सरायकेला:संजय मिश्रा

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सरायकेला: हो भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर आदिवासी हो समाज के बैनर पर सरायकेला-खरसावां से लगभग तीन सौ से ज्यादा की संख्या में समाज के लोग दिल्ली के जंतर मंतर में आयोजित धरना प्रदर्शन में शामिल हुए। बुधवार को वापस लौटने पर केंद्रीय अध्यक्ष बबलू सुंडी द्वारा टाटानगर स्टेशन पर सभी का भव्य स्वागत किया गया।

सरायकेला पहुंचने पर सभी ने बिरसा चौक स्थित बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया। और हो भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल कराने तक आंदोलन जारी रखने का संकल्प लिया। जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, हो फिल्म निर्देशक सावन सोय, पूर्व मुखिया गणेश गागराई के नेतृत्व में समाज के लोग शामिल कर हो भाषा को संविधान की आठवीं अनुसुची में शामिल करने की मांग को बुलंद किया। जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा ने कहा कि हो भाषा हमारी पहचान और हमारा आस्तिव है इसलिए केन्द्र सरकार ‘हो ‘भाषा को 8 वीं अनुसूची शामिल करे अन्यथा हो समुदाय पुरजोर विरोध करेगा।

बताया गया कि धरना के लिए जिले से समाज के लोगों का दिल्ली आवागमन सहित आवश्यक जरूरतों और दिल्ली के ऐतिहासिक जगह के भ्रमण की सारी व्यवस्था में झारखंड सरकार के आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चंपाई सोरेन और जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा का अति सराहनीय सहयोग रहा।

मौके पर विष्णु बानरा, बबलु सुंडी, गब्बर सिंह हेम्ब्रम, ईपिल सामड, राजनगर जिला परिषद मालती देवगम, सुलेखा हांसदा, मुखिया सुर्यमनी मार्डी, रजो टुडू, मंगल कांडाईबुरु, सोना गागराई, गणेश गागराई, कान्हु मुंडा, बाबुराम सोय, सुरेश सोय, सुपाय जारिका, राजेश हेम्ब्रम, सानगी बारी, कोल झारखंड बोदरा, जमुना पाड़ेया सहित कई शामिल रहे।

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