सतनाला झील पर्यटन स्थल के विकास को लेकर समिति के प्रतिनिधि मंडल मुलाकात किया सीएम से…
रांची (सुदेश कुमार): चाडिल अनुमंडल के चांडिल डैम के अलावे और कई पर्यटन क्षेत्र है । जिसका विकास होना प्रारंभ हो रहा है । 1986 में निर्मात पलना डैम के निमार्ण होने से चौका क्षेत्र के दर्जनों गांव के लगभग 6 हजार किसानों के खेतों में पानी पहुंच रहा है । आज राज्य सरकार पूर्वत् की भांति लगभग 55 करोड़ की राशि से विकसित किया जा रहा है (ग्रामीण सूचना )
वही आज शोसल मिडिया के जरिये पर्यटकों ने चांडिल प्रखंड के जामडीह-रामगढ़ सातनाला डैम को खोज निकाला है । यहां प्रतिदिन सैकड़ों पर्यटक पहुंच रहे है । दलमा और रामगढ़ की पहाड़ी दृश्यों को देकर आनन्दित हो रहे है ं। हांलाकि राज्य सरकार की ओर से क्षेत्र का विकास नहीं किया गया है । अब लगातार लोगों को आवागवन शुरू हो गया है । दरसल स्वर्णरेखा परियोजना के द्वारा डोभो स्थित डोभों डैम का निमार्ण किया गया । जो रामगढ़ के पहाडियों को जोड़कर बनाया गया । स्वर्णरेखा डैम का पानी नहर के जरिये जामडीह और रामगढ़ के समीप सीघे सतनाल झील में गिरती है । तमुलिया पंचायत के किसानों को शाखा केनाल के जरिये हजारो किसानों के खेतों में पानी और कपाली के दर्जनों गांव में शुद्ध पेयजल उपलब्ध ग्रामीणों को हो रही है ।
सतनाला डैम के विकास को लेकर समिति ने की पहल,मुलाकात किया मुख्यमंत्री से …
सतनाला डैम से विस्थापित गांव के युवाओं ने विकास को लेकर आसनबनी मत्स्यजीवी स्वावलम्बी सहकारी समिति लि0 चांडिल का गठन किया गया । जिसके तहत् जामडीह,रामगढ़,रोहडाही, बीरीगोड़ा के गांव विस्थापित हुये है । समिति के द्वारा पर्यटन के विकास और स्वरोजगार को लेकर जिला प्रसाशन, परियोजना और राज्य सरकार से समन्वय स्थापित कर रहे है । समिति के अध्यक्ष बद्रीनाथ मांझी और सचिव निताई चन्द्र मंडल ने मुख्यमं़त्री चम्पाई सौरेन से मुलाकात कर सतनाला झील को विघिवत् विकास को लेकर आग्रह किया ।
और बताया की सतनाला डील के विकास होने से बेरोजगार स्थानिय युवाओं को स्थायी रोजगार मिल सकेगा । वही समिति के अध्यक्ष बद्रीनाथ मांझी और सचिव निताई चन्द्र मंडल ने बताया कि मुख्यमंत्री से मुलाकात कर सतनाला झील के विकास के विविवत् शुभारंभ करने और पर्यटकों के बैठने और मोटर बोट उपलब्ध करवाने को लेकर एक ज्ञापांक सौपा । और मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने अश्वासन दिया की विस्थापितों के स्वरोजगार और पर्यटकों के लिए विकास कार्या किया जायेगा ।
डैम के निर्माण से सतनाला झील हुआ खुबसूरत…
ग्रामीणों द्वारा बताया जाता है कि दलमा के द्वारा बरसाती पानी से सतनाला झील का उदभव हुआ है । स्वर्णरेखा परियोजना ने डोभो डैम का निर्माण होने से जामडीह,रामगढ़, रोयाडीह जैसे क्षेत्र के किसानों के जमीन पर फैला सतनाला आज खूबसूरत झील का निर्माण हो गया है । रामगढ़ की पहाड़ी के होना और आस पास जंगल के किमती हरे भरे पेड़ों से आच्छादित जंगल स्वच्छ झील का पानी पर्यटकों को क्षेत्र के विभिन्न राज्यों के पर्यटन स्थल की यादों से जुड़ा है । जमशेदपुर से आये अजय वर्मा ने बताय कि सतनाला झील को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने से लोगों को शहर के निकट होगा। जिस तरह पहाडीयों से धिरा हराभरा जंगल लोेगों को आकर्षित कर रहा है ।