पिला सोना के अवैध कारोबारियों को किसका मिल रहा संरक्षण
राँची/ नामकुम । झारखंड सरकार जल, जंगल और जमीन बचाने के लिए बालु घाट का लीज पर क्या रोक लगाई कि, बालु माफिया गिरोह अंधेरी रात होते ही अवैध बालु ढुलाइ का तस्करी को अंजाम देना आरंभ कर देता है । सरकार और प्रशासन बालू के अवैध खनन और धंधे को रोकने में विफल साबित हो रहा है या इस गोरखधंधे को पनाह दे रहें हैं यह अनुसंधान का विषय है। पुलिस-प्रशासन द्वारा बीच-बीच में बालू लदे ओवर लोड ट्रक और ट्रैक्टर पकड़े और कार्रवाई किए जाने के बावजूद भी इस पर लगाम नहीं खींच सका । लगातार अवैध कारोबारियों का दबदबा बढ़ता जा रहा है । कहा जाता है सेटिंग -गेटिंग का खेला है और बालु माफिया मजे कर रहे हैं । बता दें कि रात का अंधेरे होते ही राँची पुरुलिया पथ में टाटीसिलवे थाना होते हुए बालू से भरे हाइवा क्षेत्र में अवैध तरीके से बालू का सप्लाई करतें हैं ।बालू को ऊंचे दामों पर बेचतें हैं । रात के अंधेरे में स्पष्ट रूप से बालू से लदे हाइवा देखा जा सकता है । बालू माफियाओं को आखिर किसका संरक्षण मिल रहा है? जिन विभागों को देखरेख की जिम्मेवारी है लोग सवाल उन पर भी कर रहें हैं।