अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने गम्हरिया बीईईओ
कानन कुमार पात्र के अनैतिक एवं संदेहास्पद कार्य संस्कृति की शिकायत उपायुक्त से की….
सरायकेला....अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ की जिला कमेटी द्वारा गम्हरिया के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी कानून कुमार पात्र के अनैतिक एवं संदेहास्पद कार्य संस्कृति की शिकायत उपायुक्त से की गई है। इस संबंध में संघ के वरीय सलाहकार चंद्र मोहन चौधरी ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपते हुए बताया है कि बीते दो-चार दिनों से विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप में एक आपत्तिजनक फोटोग्राफ वायरल हो रहा है। जिसमें गम्हरिया प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी आनंद कुमार पात्र अपने कार्यालय कक्ष में अपने कार्यालय के एक महिला शिक्षाकर्मी रेखा कुमारी का जन्मदिन मनाते हुए नजर आ रहे हैं। उक्त फोटोग्राफ में बर्थडे गर्ल की पट्टी लगाए सिर्फ उक्त महिला शिक्षाकर्मी तथा कानून कुमार पात्र की नजर आ रहे हैं।
वरीय सलाहकार चंद्र मोहन चौधरी
संघ द्वारा कहा गया है कि एक शादीशुदा महिला शिक्षा कर्मी का एक जिम्मेदार पदाधिकारी के द्वारा एकांत में अपने कार्यालय कक्ष में जन्मदिन मनाना आदर्श आचार नियमावली का पूर्णत: उल्लंघन है। संगठन इस तरह के निकृष्टतम कार्यप्रणाली का कड़ा विरोध करता है। तथा कड़ी विभागीय कार्रवाई की मांग करता है।उन्होंने कहा है कि बीईईओ कानन कुमार पात्र के संदेहास्पद एवं आपत्तिजनक कार्य संस्कृति के कारण गम्हरिया प्रखंड में पदस्थापित महिला शिक्षिका एवं शिक्षाकर्मी किसी विभागीय कार्य में भी अकेले उनके कार्यालय जाने से डरते हैं। महिला शिक्षिका एवं शिक्षाकर्मी के परिजन भी हमेशा सशंकित रहते हैं।
उन्होंने इस संबंध में विभिन्न अखबारों में आए दिनों गम्हरिया प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी कानन कुमार पात्र की करतूतों की छपी खबर का हवाला भी दिया है। जिसमें बीते 21 जून 2019 को शिक्षक की गड़बड़ी जांच करने पहुंचे बीईईओ मैं उन्हीं के साथ शराब पार्टी की। जिसे लेकर वायरल हुए वीडियो पर प्रधान सचिव द्वारा डीईओ को जांच का आदेश दिया गया था। बीते दिनों सोशल साइट पर चले खबर महिला मित्र से मिलने गया पदाधिकारी को ग्रामीणों ने खदेड़ा का हवाला भी संघ द्वारा दिया गया है। कुल 5 बिंदुओं पर बताया गया है कि श्री पात्र के द्वारा महिला शिक्षिकाओं को पहले छोटी-छोटी त्रुटियों के कारण विभिन्न विभागीय कणिकाओं का गलत उदाहरण देकर भयभीत किया जाता है। बाद में वैसे महिला कर्मियों को अपने चंगुल में फंसाने के उद्देश्य से उन्हें सुविधा अनुकूल विद्यालय का या अन्य गैर शैक्षणिक कार्यों में प्रति नियोजित किया जाता है।
कहा गया है कि शहरी क्षेत्र होने के कारण लगभग 80% महिला शिक्षिका एवं शिक्षाकर्मी गम्हरिया क्षेत्र में पदस्थापित हैं। महिला शिक्षिका बाहुल्य प्रखंड में इस तरह के संदेहास्पद चरित्र एवं अनैतिक कार्य संस्कृति के पदाधिकारी होने के कारण भविष्य में कोई बड़ी अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता है, जिससे जिले की भारी बदनामी हो। इसे लेकर संघ द्वारा मांग की गई है कि बीईईओ कानन कुमार पात्र पर कड़ी विभागीय कार्रवाई करते हुए अन्यत्र पदस्थापन किया जाए।