बालू माफियाओं में खूनी संघर्ष की आदित्यपुर क्षेत्रों में बढी संभावना । क्या बालू माफियाओं की गुटबाजी से अशांत होंगे क्षेत्र। पदाधिकारियों ने कहा शीघ्र होगी करवाई…
आदित्यपुर (ए के मिश्र) सरायकेला खरसावां जिले के आदित्यपुर क्षेत्र में बालू माफियाओं की गुटबाजी चरम पर है। पिछले दिनों एक गुट द्वारा दूसरे गुट के गाड़ियों को प्रशासन से पकड़वा कर गाड़ी जप्त करा कर गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया गया था। वही दूसरे गुट प्राप्त जानकारी अनुसार हमेशा बदले की ताक में रह रहे हैं।
बालू के अवैध कारोबार जिले के आदित्यपुर क्षेत्रों में में बेखौफ हो रहे हैं एऔर पुलिस प्रेस मैनेज के नाम पर भी प्राप्त जानकारी के अनुसार धड़ल्ले से वसूली हो रही हैं ।जिले में बालू उत्खनन अवैध कार्य को रोकने के लिए टास्क फोर्स का भी गठन किया गया हैस स्थानीय प्रशासन भी रोकने के लिए लगा हुआ है। जिला खनन पदाधिकारी सनी कुमार भी रोकने के लिए और कहने के लिए प्रयासरत हैं। परंतु आम जनता के अनुसार सभी दिखावटी प्रयास कर रहे हैं ।
क्योंकि अवैध बालू का उत्खनन रात के अंधेरे से लेकर दिन के उजाले तक चालू रहता हैए और जनता देख रही है। अवैध बालू उत्खनन का कार्य प्रशासन जब चाहे सीसीटीवी कैमरा ; मिश्रा ट्रेड सेंटर टीचर ट्रेनिंग मोड सिनेमा हॉल के पास के देख सकते हैं, अगर मुस्तैदी से निगरानी करें और जांच करें तो प्रतिदिन गाड़ियां सरपट बालू लेकर दौड़ती नजर आएगीस भले ही प्रशासन अपने आप को पीठ थपथपा ले कि अवैध कारोबार रोकने में सफल हैं परंतु आम जनता की निगाहों में बिल्कुल असफल हैं स जिले के विभिन्न क्षेत्रों में खुलेआम अवैध उत्खनन कार्य जारी है। जो लुक छिप कर हो रहे थे । परंतु अब खुलेआम होने लगे हैं।
सारे प्रशासनिक पदाधिकारियों को धता बताते हुए बालू माफिया प्रशासन पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं । कुछ दिनों पूर्व हुए गौरी घाट पर प्रशासनिक छापामारी के बाद जहां कपाली क्षेत्र में बालू माफिया सकते में हैंए और अभी वेट एंड वॉच की स्थिति में है। क्योंकि लगातार कपाली क्षेत्र के थानेदार द्वारा प्रतिदिन एक दो बार गौरी घाट पर चक्कर काटा जा रहा है। जिससे बालू माफिया अभी दूरी बनाए हुए हैं। फिर भी कमोवेश 2.4ए ट्रेक्टर निकल ही जा रहे हैं। कपाली थानेदार की सख्ती के बाद अब आदित्यपुर थाना क्षेत्रों में बालू माफिया सक्रिय हो गए हैंए और गुटबाजी भी चरम पर हो गई है।
पिछले दिनों एक गुट द्वारा दूसरे गुट के ट्रैक्टर को पकड़वा करए जप्त करा कर गिरफ्तार करा कर जेल भिजवा दिया गया था । वहीं दूसरे गुट द्वारा अब बदले लिए जाने की बातें कही जा रही है ।सपड़ा भट्टी घाट वन विभाग के रास्ते होकर इन दिनों बालू का खेल बेखौफ होकर धड़ल्ले से चल रहा है। देखना यह है कि जिला खनन पदाधिकारी कब नींद से जागते हैं और स्थानीय एवं जिला प्रशासन कब करवाई करते हैं। या यूं ही बालू माफिया अपनी ताल ठोकते रहेंगे
इस पूरे अवैध कारोबार को लेकर संवाददाता ने जब एक वरीय पदाधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया परंतु संपर्क नहीं हो सका।