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10 घंटे बाद भी पुलिस में सुगबुगाहट नहीं, कन्हैया हत्याकांड के बाद

पुलिस पर कई सवाल के साथ खुफिया विभाग पर भी सवाल उठने

लगी है। दर्जनों हत्याकांड का खुलासा नहीं फिर अपराधियों की गोली

चलाकर आदित्यपुर पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख

दी……

आदित्यपुर : (सुदेश कुमार) सरायकेला-खरसावां ज़िला के आदित्यपुर थाना की विधि व्यवस्था पर फिर सवाल उठी, दर्जनों हत्या का मामला सुलझा ही नही की वहुचर्चित धराने पर नकापोश अपराधियों गोली मार कर हत्या कर इलाके में सनसनी फैला दी ।

ईंचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह के साले कन्हैया सिंह की नकापोश अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर घटना को अंजाम दिया । बताया जा रहा है कि 3 की संख्या में नकाबपोश अपराधी देर रात करीब 10ः00 बजे के आसपास कन्हैया सिंह के हरीओम नगर रोड नंबर 5 स्थित मकान के पास पहुंचे. तीनों अपराधी घर घात लगाकर बैठे हुये थे जैसे ही कन्हैया सिंह गाड़ी से उतरकर घर की सीढ़ियों पर चढ़ने की कोशिश की वैसे ही अपराधियों ने उन पर फायरिंग कर दी जिससे वह गिर गए उनके सिर पर ही गोली मारी गई गोली मारने के बाद तीनों अपराधी पैदल ही अलग-अलग दिशा की ओर भाग निकले.

वही मामले की सूचना मिलते ही आदित्यपुर थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की छानबीन में जुट गई है. घटना की सूचना मिलने के बाद ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह के करीबियों का जमावड़ा टीएमएच में लग गया. मौके वारदात पर जमशेदपुर के सिटी एसपी समेत जमशेदपुर के पुलिस बल भी यहां पहुंच गए ताकि किसी तरह के हंगामे की स्थिति को निपटा जा सके.

इस घटना के बाद आदित्यपुर की सुरक्षा व्यवस्था पर अंदाजा लगया जा सकता है कि क्षेत्र के उद्याोगपति कितने सुरक्षित है । क्षेत्र से नशाखोरी , देहव्यपार, जुआ अड्डा पर भी लगाम नही लगया जा सका है । वही सरकार की खुफिया विभाग भी सवाल के घेरे है । किसी भी घटना का अंजाम एक दिन में तैयार नही की जाती है । योजना की फनक न ही खुफिया विभाग को होती है नही थाना प्रभारी नही बरीय पदाधिकारी को इस इसलिए अपराधी असानी से अपराध को अंजाम देकर फरार हो जाते है । पुलिस केबल जांच प्रक्रिया में उलझा कर रहती है देखना है कि माझाीटोला हत्याकांड, सातवहिनी हत्याकांड के बाद कन्हैया हत्याकांड की गुत्थी पुलिस कबतक सुलझा सकती क्यों की हत्या के 10 घंटे बीत गयी है ।

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