बिहार : आर्थिक सर्वेक्षण में पटना जिला सबसे अमीर
(संजय कुमार विनीत)
बिहार में आर्थिक विकास तो हुआ, लेकिन सभी जिलों को इसका समान लाभ नहीं मिला। आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 के अनुसार, पटना राज्य का सबसे अमीर जिला बनकर उभरा है, जबकि शिवहर सबसे गरीब बना हुआ है।
आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 के अनुसार, बिहार का सबसे समृद्ध जिला पटना है।जहां प्रति व्यक्ति आय ₹1,21,396 दर्ज की गई है। इसके बाद बेगूसराय (₹49,064) और मुंगेर (₹46,795) का स्थान आता है।दूसरी ओर, राज्य का सबसे गरीब जिला शिवहर (₹19,561) है, जबकि अररिया (₹22,204) और सीतामढ़ी (₹21,931) क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।
बिहार में हाल के दशकों में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आई है। जिससे राज्य के सकल राज्य घरेलू उत्पाद में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। हालांकि, आर्थिक विकास का यह लाभ पूरे राज्य में समान रूप से नहीं पहुंचा है। राज्य के कुछ जिले तेजी से विकसित हुए हैं, जबकि कई जिले अब भी पिछड़े हुए हैं।
राज्य के जिलों की संपन्नता का आकलन पेट्रोल, डीजल और एलपीजी (रसोई गैस) की खपत के आधार पर भी किया गया। पेट्रोल की खपत में पटना पहले स्थान पर है, जबकि मुजफ्फरपुर और पूर्णिया क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। डीजल खपत में पटना के बाद शेखपुरा और औरंगाबाद का स्थान आता है। सबसे कम पेट्रोल खपत वाले जिले लखीसराय, बांका और जहानाबाद हैं, जो आर्थिक रूप से कमजोर माने जाते हैं।
बिहार में आर्थिक असमानता की यह खाई सरकार के लिए एक गंभीर चुनौती बनती जा रही है। इस असमानता को कम करने के लिए सरकार को रोजगार सृजन, औद्योगिक विकास और बुनियादी ढांचे में निवेश पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।