चाकुलिया: आदिवासियों के ऊपर हो रहे अत्याचार एवं धर्मांतरण के विरुद्ध एक दिवसीय महासम्मेलन, पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा धर्म परिवर्तन करने वाला को रिजर्वेशन नहीं दिया जाएगा
संवाददाता: विश्वकर्मा सिंह
चाकुलिया नगर पंचायत क्षेत्र स्थित टाउन हॉल में रविवार को भारत जाकात माझी पारगाना माहाल एवं आदिवासी सांवता सुसार आखड़ा के संयुक्त तत्वाधान में आदिवासियों के ऊपर हो रहे अत्याचार एवं धर्मांतरण के विरुद्ध एक दिवसीय महासम्मेलन का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का आयोजन भारत जाकात माझी पारगाना माहाल के द्वारा किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन शामिल हुए. इस दौरान सर्वप्रथम दिशाम जाहेर गाढ़ में आदिवासी रीति रिवाज के साथ मुख्य अतिथि चंपई सोरेन का गाने बाजे के साथ जोरदार स्वागत किया गया. इसके उपरांत मुख्य अतिथि ने जाहेरथान पूजा स्थल में नायके बाबा सुनील मुर्मू के समक्ष पूजा अर्चना कर क्षेत्र की सुख, शांति एवं समृद्धि का कामना किया. इस दौरान कमेटी के अध्यक्ष श्रीनाथ मुर्मू, सचिव बलराम मांडी, सोहराय बास्के, हरिपद मुर्मू, रामेश्वर मांडी लक्ष्मण हेंब्रम, सुभाष चंद्र मांडी, महासचिव शंकर सोरेन, एडिटर मोहन बास्के समेत अन्य ने पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को 22 जून 2022 को शिलान्यास के बाद अब तक रुके हुए अर्द्ध निर्मित भवन एवं सौदयीकरण का काम जल्द पुरा करने को लेकर ज्ञापन सौंपा. इसके उपरांत मुख्य अतिथि के टाऊन हॉल पहुंचने पर कमेटी के सदस्यों ने माला पहनाकर और आदिवासी पारंपरिक टोपी पहनाकर स्वागत किया गया. इस कार्यक्रम को दिशाेम पारगाना रोबिन टुडू, पारानिक बाबा परमेश्वर मांडी, चंद्र मोहन मांडी समेत अनेक वक्ताओं ने संबोधित किया.
समारोह की संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि चंपई सोरेन ने कहा कि धर्म परिवर्तन करने वाला सारा जीवन शैली को चेंज कर दिया है. यहां के रूढ़िवादी प्रथा को ठुकरा दिया. माझी पारगाना के सिस्टम को कमजोर करने का काम किया है. इसमें आदिवासियों का एक ही आवाज उठेगा कि धर्म परिवर्तन नहीं किया जाय और उसे रिजर्वेशन नहीं दिया जाय. उन्होंने कहा कि आज से 50 साल पहले जब देश में कांग्रेस सरकार कार्यकाल में सीएनटी एक्ट प्रस्ताव पारित हुआ था. परन्तु केंद्र शासित कांग्रेस सरकार ने इसे लागू नहीं किया. इस दौरान आदिवासी नेताओं ने समिति से सिफारिश किया था कि सीएनटी एक्ट लागू होना चाहिए नहीं तो आदिवासी और रूढ़िवादी प्रथा नहीं बचेगा. कांग्रेस ने आदिवासियों के साथ धोखा किया है. उस निर्णय को ठंडे अवस्था में डाल दिया जिससे आदिवासियों का ये स्थिति उत्पन्न हो गया. झारखंड में कांग्रेस के साथ गठबंधन करके अगर विकास का बात करे तो कभी झारखंड का विकास नहीं होगा. चंपई सोरेन ने कहा कि हेमंत सरकार अंधी ओर बहरों की सरकार है. इस सरकार के कार्यकाल में पूरे झारखंड में खनिज संपदा का लुट खसोट हो रहा है. झारखंड में ही झारखंडी आदिवासी और मूलवासी अपने अधिकार से वंचित हो रहे हैं. ये लोग आदिवासी रूढ़िवादी को खत्म कर देगा. आबुआ सरकार में तेज रफ्तार से धर्म परिवर्तन हो रहा है. उन्होंने चाकुलिया की धरती में आवाज देते हुए कहा कि जागो आदिवासी जागो ये धर्म का परिवर्तन रोकने के लिए जागो दूसरा धर्म में विवाह करने वाले लड़की को उसका अधिकर नहीं मिलना चाहिए. इसलिए आज जनता, आदिवासी, झारखंडी को जागना है और मुर्शिदाबाद जैसा झारखंड को नहीं बनने देना है. झारखंड में धर्म परिवर्तन नहीं चलेगा. बांग्लादेशी घुसपैठिए को जमीन नहीं मिलेगा और दूसरा समाज में शादी करने के बाद आरक्षण का अधिकार नहीं मिलेगा.
इस मौके पर पूर्व जिला परिषद सदस्य सुनाराम हांसदा, माताल मांडी, नंदलाल टुडू, मदन हेंब्रम, काली चरण मांडी, मंगल मुर्मू, सुकलाल टुडू आदि उपस्थित थे.
