स्वर्णरेखा मल्टीपरपस प्रोजेक्ट के तहत संवरेगा अपना चांडिल डैम…..
सरायकेला। सरायकेला खरसावां जिला स्थित खूबसूरत पर्यटन स्थल चांडिल डैम के एक बार फिर से विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल बनने की संभावना जागी है। इसे लेकर कृषि मंत्रालय भारत सरकार की एक निगरानी टीम द्वारा बृहस्पतिवार को चांडिल डैम का मॉनिटरिंग किया गया। जिसमें टीम लीडर दिनेश्वरी देवी के नेतृत्व में जल संसाधन विशेषज्ञ शिव शंकर प्रसाद एवं सिविल इंजीनियर सुमित गोस्वामी द्वारा चांडिल डैम क्षेत्र के विकास की सभी संभावनाओं की मॉनिटरिंग की गई। इस दौरान उन्होंने चांडिल डैम के जलस्तर, जल भंडारण की क्षमता, सिंचाई का क्षेत्रफल, डैम के पर्यटक स्थल और केज कल्चर के माध्यम से हो रही मछली पालन की विस्तृत जानकारी ली गई। बताया गया कि स्वर्णरेखा मल्टीपरपस प्रोजेक्ट के माध्यम से चांडिल डैम का पर्यटन सहित सभी विषयों पर सर्वांगीण विकास किया जाना है। जिसमें आवश्यकता अनुसार केंद्र सरकार से भी इनीशिएटिव ली जाएगी। इस अवसर पर अधीक्षक अभियंता मनोज कुमार, मुख्य अभियंता, कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार, सहायक अभियंता राजीव गाड़ी एवं कनीय अभियंता प्रदीप कुमार मुख्य रूप से मौजूद रहे।
संभावनाएं जो तलाशी गई :-
चांडिल डैम के मॉर्डनाइजेशन को लेकर समूचा सिस्टम कंप्यूटराइज किया जाएगा। जिसके तहत कंप्यूटर के माध्यम से डोर ओपन और शट होंगे। इसके अलावा चैनल से पानी के डिस्चार्ज को लेकर सेटेलाइट से मॉनिटरिंग की जाएगी। मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा मौजूदा आईलैंड को होटल एवं रेस्टोरेंट के लिए उपयोग में लाया जाएगा। जो बेस्ट टूरिज्म के आयाम बनेंगे। टीम द्वारा बताया गया कि चांडिल डैम के सबसे महत्वपूर्ण पुनर्वास की समस्या को हल किया जाएगा। जिसका परिणाम निकट भविष्य में जल्द ही नजर आएगा। क्षेत्र में टूरिज्म के विकास के साथ आय स्रोत विकसित करने और बेहतर रोजगार उत्पन्न करने जैसे विषयों पर कार्य किया जा रहा है।