Spread the love

सावधान वफादार हुआ शैतान, आवारा कुत्तों ने चांडिल में फैलाया आतंक, अबतक बच्चा सहीत 8 लोगों को किया जख्मी…

चांडिल (सुदेश कुमार) चांडिल प्रखंड में बीते तीन दिनों से विभिन्न क्षेत्र एनएच 33, कान्दरबेड़, दुबराजपुर, चांडिल पॉलटेक्नीक, गांगुडीह डैम कॉलोनी में आवारा कुता ने स्कुल के बच्चे सहीत 8 लोगों को काट कर जख्मी किया है ।

जिसमें एक ही दिन में अधुरी सिंह सरदार उम्र 18 वर्ष पॉलटेक्नीक कॉलेज चांडिल, विशाल सतपथी उम्र 24 वर्ष गांगुडीह, करन कैर्वर्त उम्र 10 वर्ष गांगुडीह, समीर साढे 5 वर्ष, कान्दरबेड़ा, सुमित्रा मांझी 20 वर्ष गांगुडीह, संघ्या टुडू 12 वर्ष गांगुडीह, भूषण महतो 45 दुबराजपुर, ब्रह्मदेव सिंह 50 वर्ष डेम कॉलोनी को अवारा कुता ने काटा कर घायल कर दिया ।

आज लोगों को अवारा कुत्ता क्षेत्र में आतंक फैला रखा है । वही स्थानीय लोगों का कहाना है कि अचानक बड़े पैमान पर जमशेदपुर से चांडिल के एनएच 33 से चांडिल के पर्यटक स्थल में छोड़ दिया जाता है जिससे लोग कुत्तों से डर कर जीना पड़ रहा है । और कहने पर मजबूर है कि सावधान वफादार हुआ शैतान ।

 

अवारा कुत्तो से हो रही है जानमाल की नुकसान –

समाज सेवी सह चांडिल स्वच्छ और चांडिल स्वस्थ्य के संस्थापक सुकराम हेम्ब्रम ने कहा की जमशेदपुर से कुत्तों को पकड़कर चांडिल के एनएच और गांमीण क्षेत्र में छोड़ दिया जा रहा है जिससे ग्रामीण लोगों अवारा कुत्तों से भय की जिन्दगी जीना पड़ रहा है और जान माल की भी नुकसान हो रही है । सुकराम हेम्ब्रम ने अनुमण्डल पदाधिकारी से अपील है की जमशेदुपर की ओर से कुत्ता पकड़कर छोडने वालो पर कार्रवाही करे और निर्देशित करे की ग्रामीण इलाकों में कुत्तों को ना छोड़े । और कहा की चांडिल अनुमण्डल समुदायिक अस्पाताल में सांफ काटने, बिच्छु काटने जैसे बैक्सीन अधिक मात्रा में उपलब्ध कराया जाए । ताकी इस तरह की घटना पर लोगों का समुचित इलाज हो सके ।

 

मनमन सिंह ने कहा आवारा कुत्तों से क्षेत्र में दहशत का माहौल –

समाज सेवी मनमन सिंह ने बताया कि झारखंड सरकार और प्रशासन को इस मामले पर घ्यान देना होगा कि आये दिन जमशेदपुर से सैकड़ों के संख्या में आवारा कुत्तों को चांडिल प्रखंड के विभिन्न इलाकों में छोड़ दिया जाता है । आवारा कुत्ता स्थानिय लोगों को काटकर घायल और जख्मी कर क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है ।

वही मनमन सिंह ने प्रशासन पर आरोप लगाया की जनप्रतिनिधि और समाजसेवी के द्वारा जानकारी देने के वाबजूद भी प्रशासन आवारा कुत्तों के खिलाफ पहल नहीं कर रही है। जिसका परिणाम स्थानिय लोगों को भुगतना पड़ रहा है ।

Advertisements

You missed