अवैध कारोबार का अड्डा बनता चांडिल अनुमंडल क्षेत्र, कानून व्यवस्था पर उठ रहे सवाल
संवाददाता : कल्याण पात्रो
सरायकेला – खरसवां । चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में दिनों-दिन अवैध गतिविधियों की बढ़ती भरमार ने कानून-व्यवस्था को कठघरे में खड़ा कर दिया है। टाटा-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-33) सहित विभिन्न प्रमुख सड़कों के किनारे अवैध कारोबार इस कदर फैल चुके हैं कि पूरा इलाका धीरे-धीरे गैरकानूनी धंधों का गढ़ बनता जा रहा है। ईचागढ़, चौका, चांडिल, नीमडीह और कपाली ओपी क्षेत्र में अवैध कारोबारियों का बेखौफ नेटवर्क संचालित हो रहा है। टाटा-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग, चांडिल-पुरुलिया एनएच-32, चौका-पातकुम मार्ग और रांगामाटी-सिल्ली सड़क के किनारे दिन के उजाले में भी अवैध गतिविधियां संचालित हो रही हैं। होटल, झाड़ियों, चारदीवारी और सुनसान इलाकों की आड़ में कोयला कटिंग, स्पंज आयरन कटिंग, लोह अयस्क, पाइप कटिंग और सीमेंट कटिंग जैसे अवैध धंधे खुलेआम चल रहे हैं।
स्थानीय ग्रामीणों की चिंता बढ़ी
चौका थाना क्षेत्र स्थित बंद पड़ी औद्योगिक इकाइयों और पाटा टोल प्लाजा के सामने गोरखधंधे चरम पर हैं। दिनाई के पास स्कूल के बगल में संचालित अवैध कोयला टाल न केवल बच्चों की सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि समाज के सामने एक भयावह तस्वीर प्रस्तुत कर रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि इन गतिविधियों की जानकारी पुलिस-प्रशासन को है, फिर भी कार्रवाई नहीं होना संदेह को जन्म देता है। स्थानीय निवासियों ने इस चुप्पी और शिथिलता पर गंभीर चिंता जताते हुए लामबंद होने की तैयारी शुरू कर दी है।
जिला की सीमा बन गई अवैधता का प्रवेश द्वार
सरायकेला-खरसावां जिले की सीमा में प्रवेश करते ही अवैध कारोबार का दृश्य आम हो चुका है। चाहे प्रवेश पश्चिम बंगाल की सीमा से हो या रांची की ओर से, राष्ट्रीय राजमार्ग पर सर्वप्रथम जो दिखाई देता है, वह है अवैध धंधों की सक्रियता।नीमडीह थाना क्षेत्र के आदरडीह बॉर्डर, नागासेरेंग बाजार और नीमड़ीह गांव के पास रात के अंधेरे में संचालित काले कारोबार कानून को धता बताकर फल-फूल रहे हैं। मजदूरों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रात के समय गतिविधियां और अधिक तेज हो जाती हैं, जिससे क्षेत्र में गंभीर अपराधिक घटनाओं की आशंका प्रबल हो जाती है।
यह स्थिति दर्शाती है कि चांडिल अनुमंडल क्षेत्र प्रशासनिक सुस्ती और कानून के डर के अभाव के कारण अराजकता की ओर बढ़ रहा है। स्थानीय प्रशासन से अपेक्षा की जाती है कि वह अविलंब कठोर कदम उठाकर इस बढ़ते हुए अवैध साम्राज्य को ध्वस्त करे, ताकि आम नागरिक सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण जीवन व्यतीत कर सकें। ” दिया गया फोटो एक सांकेतिक है ”
