टीकर रांगामाटी रोड भ्रष्टाचार का पोल खोल रहा है, टिकर पुल की झांक रही रड़ मौत को दे रही है दावत…
चांडिल (विद्युत महतो)
सिल्ली -राँगामाटी रोड जहाँ ईचागढ़ व कुकरू प्रखंड की लाइफ लाइन है जो उद्योग परिवहन का मुख्य मार्ग बनता जा रहा है। आए दिन इस मार्ग पर परिवहन बढ़ता जा रहा है। वही 1998 में बना 25साल पुराना पुल तत्कालीन बिहार सरकार के विधायक अरविंद कुमार सिंह (मलखान सिंह) के अथक प्रयास से ग्रामीण रोड के अनुरूप तैयार किया गया था,परंतु झारखंड के विकास के दौर में सड़के बनी पर टीकर पुल का पुनः निर्माण नहीं किया गया। जिस कारण बर्तमान में भारी भरकम वाहन चलने से पुल अपना दम तोड़ रहा है।
वर्तमान में पुल के ऊपरी सतह टुटने से बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। पुल का रड भी निकल आया है। पुल के ऊपरी सतह 6 महिने पहले ही पिचिंग किया गया था । वह भी उखड़ने लगा है । पुल पर बने बडे़ गड्ढे़ रोजना रहागिरों को मौत दावत दे रहा है। टीकर पुल आने वाले समय मौत का पुल बन जायेगा। यहां कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकता हैं। सिल्ली राँगामाटी रोड की बात करे तो टिकर से सिल्ली तक का रोड वर्ष 2017 में बना जो अभी भी जस के तस है और वर्ष 2022 में बना टिकर से राँगामाटी रोड निर्माण के बाद की पहली वारिश भी झेल नहीं पाया । जो इस रोड में हुए भ्रष्टाचार का पोल खोल रहा है। सैकड़ों वाहन दिन रात चलने वाले इस सड़क व पुल का तत्काल मरम्मती नहीं कराया गया तो सड़क पर वाहन चलना बंद हो सकता है।