विनोद राय ने भाजपा संगठन की ताकत को दिखाया, ईचागढ़ और बंगाल के 11 फंसे युवा मजदूरों को 24 घंटे में घर वापस लाया, आज शाम 6 बजे टाटा स्टेशन पर उतरेगें मजदूर, परिवार से मिलेंगें…
चांडिल (सुदेश कुमार) ईचागढ़ विधानसभा के कुकडू प्रखंड अंतर्गत इचाडीह पंचायत के एदेलडीह गांव के 6 मजदूर और बंगाल के नावाडीह के 5 मजदूर एक ठेकेदार के माध्यम से अहमदाबाद रोजगार के तालास में गए थे। वहां पहुंचने के बाद उन्हें ठेकेदार द्वारा बदसुलूकी और शोषण किया जा रहा था। ठेकेदार ने अपना मोबाइल बंद कर मजदूरों को दूसरे लोगों के हाथों सौंप दिया और छोड़कर भाग गया। बताया जा रहा है कि झारखंड के मजदूरों को पाकिस्तान की सीमा की ओर ले जाने की कोशिश की जा रही थी। किसी तरह चकमा देकर मजदूर अहमदाबाद के सरखेज स्टेशन में छुपे और अपने परिवार वालों से संपर्क किया।
’विनोद राय ने 11 मजदूरों को वापस लाने में निभाई अहम भूमिका़….
इस मामले की जानकारी भाजपा नेता और युवा मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता ’विनोद राय’ को कुकडू मंडल स्तरीय बैठक के दौरान परिवार के सदस्यों ने फंसे हुए मजदूरों का आधार कार्ड के साथ बच्चों की सुरक्षा को लेकर गुहार लगाया । और बताया कि बच्चों जान का खतरा है । विनोद राय ने तत्काल फंसे हुए मजदूरों से फोन पर संपर्क कर उनकी स्थिति की जानकारी ली। मजदूरों ने अपना लाइव लोकेशन और स्टेशन की तस्वीरें भेजीं, जिसके बाद श्री राय ने तुरंत भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ’शशांक राज’ को इस स्थिति से अवगत कराया।
भाजपा संगठन की ताकत …
शशांक राज के सहयोग से अहमदाबाद के वरिष्ठ भाजपा नेता ’नरेश जी’ से संपर्क स्थापित हुआ। उनके प्रयासों से प्रशासन का सहयोग मिला और सभी 11 मजदूरों को सुरक्षित रेलवे स्टेशन पहुंचाकर झारखंड लौटने वाली ट्रेन शालीमार एक्सप्रेस में बैठाया गया। जो आज शाम 6 बजे टाटा स्टेशन पर उतरेंगें । सभी मजदूर सुरक्षित हैं और अपने घर की ओर लौटने की खुशी में लाइव वीडियो और लोकेशन भी साझा कर अपनी कुशलता बता रहे है ।
भाजपा नेता विनोद राय ने लिया सरकार को आड़े हाथ ….
भाजपा नेता विनोद राय की त्वरित कार्रवाई, युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शशांक राज और अहमदाबाद के वरिष्ठ भाजपा नेताओं के समन्वय से यह महत्वपूर्ण बचाव कार्य सफल हुआ है। सभी 11 मजदूर अब सुरक्षित घर लौट रहे हैं। विनोद राय ने कहा भाजपा संगठन की ताकत है जो आज झारखंड के युवा मजदुर सुऱिक्षत लौट रहे है । वही हेंमत सरकार को आड़े हाथ लेते हुये कहा की चुनावी एजेंड याद किजिए यह मानने को तैयार हो जाए की झारखंड में युवाओं के लिए रोजगार नहीं है । इसका गवह ईचागढ़ के 11 मजदुर जो रोजगार के तालास में अहमदावाद पहुंच जहां जीवन और मृत्य की भय में जी रहें थे ।
