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आश्वासन के एक माह बीत जाने के बाद भी डीआरएम ने नहीं ली सुधि,ग्रामीणों में आक्रोश…

सरायकेला डेस्क (सुदेश कुमार)। कांड्रा स्टेशन पर ट्रेन ठहराव समेत अन्य मांगों पर रेलवे द्वारा दी गयी समय सीमा पार होने पर कांड्रा वासियो में आक्रोश व्याप्त है। इस मुद्दे को लेकर कांड्रा बाजार में पूर्व सांसद प्रतिनिधि प्रकाश कुमार राजू के नेतृत्व में बैठक का आयोजन कर आंदोलन पर विचार विमर्श किया गया। बैठक में बताया गया कि ट्रेन ठहराव समेत अन्य मांगों को लेकर आमरण अनशन शुरू किया गया था। इसमें रेलवे के आश्वासन के बाद उसे स्थगित कर दिया गया था। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जो समय सीमा माँगा गया था, उसको अवधि पार हो गई, पर अभी तक रेलवे द्वारा कांड्रा जंक्शन में ट्रेन ठहराव के लिए कोई भी पहल नहीं की। इस मुद्दे को लेकर यहां के स्थानीय ग्रामीणों में काफी आक्रोश व्याप्त है।

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बैठक में निर्णय लिया गया कि इस महत्वपूर्ण मामले का स्मरण दिलाने के लिए प्रकाश कुमार राजू के नेतृत्व में 21फरवरी, बुधवार को एक दर्जन से भी अधिक लोग डीआरएम से मिलेंगे। इसमें क्षेत्र के बुद्धिजीवी, जन प्रतिनिधि एवं अन्य लोग शामिल होंगे। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जरूरत पड़ी तो महाप्रबंधक और चेयरमेन से भी मुलाकात कर स्थिति से अवगत कराएंगे। अगर इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हुई तो 80 गांव के ग्रामीण रेल ट्रैक जाम कर प्रदर्शन करेंगे।

आपको बताते चले की विगत 23 दिसंबर को डीआरएम के नाम पत्र में पूर्व सांसद प्रतिनिधि प्रकाश कुमार राजू ने ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा था कि कांड्रा जंक्शन एक महत्वपूर्ण जंक्शन है। इस क्षेत्र में काफी संख्या में इंडस्ट्री के बाद भी यहां से आवागमन हेतु कई प्रमुख ट्रेनों का परिचालन बंद होने पर यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रकाश राजू एवं स्थानीय लोगों ने 20 जनवरी को आमरण अनशन में बैठे थे।रेलवे के उच्च पदाधिकारी के आश्वासन पर आमरण अनशन पर बैठे आंदोलनकारी ने आमरण अनशन समाप्त कर दिया था।

आमरण अनशन के पूर्व संध्या में डीआरएम ने आकर आंदोलनकारियों से 15 सूत्री मांग पर गहन मंथन किया। विचार विमर्श के उपरांत डीआरएम ने आश्वासन दिया था कि आपकी मांग से भी ज्यादा मैं आपको देकर जाऊंगा। ट्रेन ठहराव हेतु कुछ समय की मांग की गई थी। कहा गया था कि आपकी सभी मांगे पूरी की जाएगी, लेकिन कोरोना काल से जो ट्रेन बंद पड़ी है उसके लिए 30 दिनों का समय दिया जाए। बैठक में मुख्य रूप से पूर्व सांसद प्रतिनिधि प्रकाश कुमार राजू, समाजसेवी बलदेउ तिवारी. बसंत राम, डॉक्टर जोगेंद्र प्रसाद महतो, माधव चंद्र दास, जनार्दन मिश्रा, रामानद शर्मा, प्रभात कुमार साहू, कल्पना सिंह, राम प्रसाद पाल, हरेंदर ठाकुर, महेश कालिंदी उपस्थित थे।

 

जानिए क्या क्या है मांगें

1) ट्रेन संख्या 18181 एवं 18182 (थावे एक्सप्रेस)

2और ट्रेन संख्या 13287 एवं 13288 ( साऊथ बिहार एक्सप्रेस),

3 क्रियायोग एक्सप्रेस 18615 व 18616 जिसका उपरोक्त तीनों ट्रेनों का ठहराव कोरोना के पूर्व था, परन्तु कोरोना समाप्ति के बाद उसका ठहराव नहीं किया गया. इसकी ठहराव की भी मांग की गई.

4) 18101 व 18102 जम्मू तवी का ठहराव पूर्णरूप से
5 ) ट्रेन संख्या 18183 एवं
18184 ( दानापुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस) ठहराव काण्ड्रा में ट्रायल बेसिस पर 6 माह के लिए करने.

6) यात्री सुविधा हेतु टिकट घर के सामने बने डीलक्स शौचालय के संचालन की व्यवस्था करने

7) आरक्षित टिकट की सुविधा रविवार को सुबह 10 से 2 बजे तक करने

8) कांड्रा से जयनगर (दरभंगा ) तक ट्रेन को शुरू करने के लिए मांग की है

9)कांड्रा स्टेशन समीप टिकट काउंटर में फिलहाल एक ही खिड़की पर टिकट दी जाती है इसमें एक और खिड़की को चालू की जाए ताकि तत्काल टिकट या अनारक्षित टिकट लेने वाले यात्री को किसी प्रकार की कोई असुविधा ना हो .

10)प्लेटफार्म नंबर एक और दो के बीच एवं 3 और 4 के बीच एक -एक टी स्टॉल लगाने का आग्रह किया

11) कांड्रा जंक्शन टिकट काउंटर के समीप एक विवाह मंडप सह सामुदायिक भवन का निर्माण चांडिल स्टेशन के तर्ज पर करवाया जाए.

12)कांड्रा जंक्शन के समीप आजाद बस्ती स्थित अन्डर पास पुलिया को राहगीरों के आवागमन हेतु( सिनी रेलवे अंडर पुलिया के तर्ज पर शुरू की जाए ताकि लगभग 40 गांव के निवासियों को सुविधा मिल पाए.

13)कांड्रा प्लेटफार्म नंबर 1 और 2 एवं 3 और 4 के बीच एक एक शैड का निर्माण किया जाए.

14.कांड्रा स्टेशन के बाहर पड़ाव( पार्किंग की व्यवस्था की जाए की मांग की गई है

15.कांड्रा बानाडूंगरी से लेकर काली मंदिर लाहकोठी तक सड़क का निर्माण हो .

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