पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं को आगामी लोकसभा चुनाव में भागीदारी के लिए आवश्यक, वोट डालना सिर्फ एक कर्तव्य नहीं है बल्कि लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है
चाकुलिया संगवाददाता: विश्वकर्मा सिंह
झारखंड में जैसे-जैसे 2024 का लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, पूरे देश में उत्साह और जिम्मेदारी की लहर है. खासकर पहली बार मतदाताओं में क्रांति लाने और भारत के भविष्य को आकार देने की शक्ति इन युवा और गतिशील व्यक्तियों के हाथों में है. साथ ही वोट डालना सिर्फ एक कर्तव्य नहीं है बल्कि लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. यह लेख भारत में पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं को आगामी लोकसभा चुनाव में सबसे सार्थक और जानकारीपूर्ण भागीदारी के लिए आवश्यक युक्तियों के साथ मार्गदर्शन और सशक्त बनाने के लिए है. भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. भारत के मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा अस्थायी लोकसभा चुनाव की तारीख 25 मई घोषित की गई है. मतदान का अधिकार और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि योग्य नागरिकों द्वारा मताधिकार का प्रयोग हर लोकतंत्र के दिल में है.
क्या कहते है युवा मतदाता: रोनित महतो ने कहा की 18 साल की आयु पूरा होने के बाद मैं पहली बार वोट डालूंगा. ये मेरे लिए काफी बड़ा पल होगा. मुझे केंद्र की सरकार चुनने का मौका मिलेगा. मेरा वोट विकास के मुद्दे पर होगा. वर्तमान सरकार ने काफी विकास किया है. देश में एक सकारात्मक सोच आई है. आज युवा डिजिटल इंडिया का लाभ ले रहा है.
गायत्री पॉल ने बताई की मेरा वोट विकास के मुद्दों पर ही होगा. पहली बार वोट डालूंगी ये मेरे लिए बड़ा पल होगा. ऐसे में मुझे अब केंद्र की सरकार चुनने का मौका मिल रहा है. साथ ही उन्होंने युवा वर्ग को अपील करते हुए कहा की 18 साल की आयु पूरा करने वाले हर युवा को देश के निर्माण के लिए वोट करना चाहिए.
नीलिमा महती ने कहा की देश का विकास तेजी से हो रहा है. देश में एक सकारात्मक सोच बनी है. मेरा मुद्दा विकास के साथ मंदिर निर्माण का होगा. लंबे इंतजार बाद देश में राम मंदिर का तोहफा मिला है. ये क्षण हर युवा के लिए बड़ा है. देश के निर्माण के लिए हर व्यक्ति को वोट करना चाहिए.
पार्वती पॉल ने कहा कि वे देश की लोकतांत्रिक सरकार चुनने हेतु अपना वोट देने के लिए उत्साहित हैं. वह विकास, रोजगार और शिक्षा के मुद्दे पर वोट देंगी.