ओड़िआ नाटक मंचन के लिए गणपति ओपेरा द्वारा विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश की आराधना कर शुरू की गई…
सरायकेला: संजय मिश्रा
सरायकेला। गणपति ओपेरा (गणपति नाट्य अनुष्ठान) सरायकेला द्वारा अपने जन्म दिवस पर हर साल की भांति इस साल भी नवम्बर माह में ओड़िया नाटक मंचन हेतु बिघ्नहर्ता श्री गणेश पूजा अर्चना कर शुभारंभ किया गया। बताया गया कि सरायकेला की जानी मानी धार्मिक संस्था उदय संघ एवं कला संस्कृति से जुड़ा जाना माना नाट्य संस्था गणपति ऑपेरा की जन्म 1976 को बिघ्नहर्ता गणेश बाबा की पूजा के दिन हुआ था। जो अब तक अपने अपने क्षेत्र में कार्यरत है। गणपति नाट्य अनुष्ठान 1976 में जन्म लेते ही ओड़िया नाटक मंचन करना शुरु किया था। और अनुष्ठान का पहला नाटक “नारी सम्राट” का मंचन किया गया था।
जिसमें स्व अजित महाराणा नायक भूमिका में थे और स्व राधा कांत पटनायक ने नारी सम्राट भूमिका निभाये थे। और उस दिन इनके कलाकारों ने बहुत नाम कमाया और उसी दिन से प्रत्येक वर्ष पौराणिक, काल्पनिक, ऐतिहासिक एवं सामाजिक नाटक जैसे गौरी घाट, उपेक्षिता, गृह लक्ष्मी, ग्रीक एलेक्जेण्डर, कुलबहु, बड़ भाऊज आदि का लगातार मंचस्थ करते रहे है, जो आज तक चल रहा है। इसका एक मात्र उद्देश्य ओड़िया भाषा एवं संस्कृति को बचाये रखना एवं निरंतर विकाश करना है। इस अवसर पर चंद्रशेखर बसा, बद्री दरोगा, समीर सत्पथी, उकील राउत, रंजन पति, ओड़िया संगठक दुखु राम साहू, रंजन साहू, गुलु दारोगा, सुमित चौधरी एवं अन्य उपस्थित रहे।