IAS पूजा सिंघल मामले
में पहली बार ईडी ने जारी
किया बयान मनरेगा
घोटाला और साहेबगंज में
की गयी छापेमारी में
बरामद हुए 36.58 करोड़
रुपये.
रांची डेस्क – प्रवर्तन निदेशालय ने छह मई 2022 के बाद पहली बार आइएएस पूजा सिंघल और साहेबगंज में की गयी छापेमारी के बाबत आधिकारिक बयान जारी किया है. पूजा सिंघल प्रकरण के 70 दिनों और पंकज मिश्रा के खिलाफ सात दिनों बाद जारी बयान में कहा है कि झारखंड में एजेंसी ने कुल 36.58 करोड़ की नगदी बरामद की गयी है.
छह मई 2022 के बाद कुल 36 जगहों पर मनरेगा स्कैम, अवैध खनन मामले पर छापेमारी की गयी. मनरेगा स्कैम के तहत19.76 करोड़ रुपये का नगद रांची से बरामद किया गया, जिस दौरान आइएएस पूजा सिंघल और उनके करीबियों के यहां छापेमारी हुई थी. इसके बाद कई लोगों को बुला कर उनका बयान दर्ज कराया गया. इसमें अवैध माइनिंग और इस पूरे सिंडिकेट में राज्य के वरीय नौकरशाहों और राजनीतिज्ञों के शामिल होने की बातें सामने आयी. आइएएस पूजा सिंघल और उनके चार्टर्ड एकाउंटेंट सुमन कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया. ईडी ने चार्जशीट भी दाखिल कर ली है.साहेबगंज में ईडी ने वन भूमि में अवैध खनन का पता लगाया. इसमें एक सिंडिकेट गिरोह की तरफ से 100 करोड़ के अवैध माइनिंग में ईडी की तरफ से ट्रायल जारी है. इसी दौरान आठ जुलाई को झामुमो नेता पंकज मिश्रा, उनके सहयोगी डहू यादव
और 18 लोगों के खिलाफ छापेमारी की गयी, जिसमें 37 बैंक खातों का पता चला.
इसमें ईडी को मनी लाउंड्रिंग की जानकारी भी मिली. पीएमएलए एक्ट 2002 के तहत इनके खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है. इस दरम्यान 11.88 करोड़ रुपये का पता चला, जो मनी लाउंड्रिंग से जुड़ा है. ईडी ने साहेबगंज, बरहेट, राजमहल, मिर्जा चौकी, बरहरवा में मारी गयी छापेमारी में 5.34 करोड़ रुपये का बेनामी पैसा बरामद किया गया था. ईडी की तरफ से पांच अवैध स्टोन
क्रशर के कागजात भी जब्त किये गये थे, जहां से आग्नेय अस्त्र भी बरामद किये गये. ईडी ने दस्तावेजों के साथ-साथ डिजिटल दस्तावेज, बैंक खातों के डीटेल्स भी खंगाले हैं.