टाटानगर रेल सिविल डिफेंस ने ट्रेन में आग लगने और आपदा की स्थिति पर किए जाने वाले कार्यों का लोको पायलटों को किया गया प्रशिक्षित….
जमशेदपुर: दीप पोल : टाटानगर रेल सिविल डिफेंस इंस्पेक्टर संतोष कुमार ने इलेक्ट्रिक लोको पायलट प्रशिक्षण केंद्र में आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण के दौरान लोको पायलट को जानकारी दी की ट्रेन में आग लगने पर फ्लाशर लाइट जलते हुए उचित स्थान पर ट्रेन खड़ी करनी चाहिए ,यात्री को बाहर निकलने का प्रबंध करना, ट्रेन की वस्तुस्थिती उसकी जानकारी स्टेशन मास्टर /क्षेत्र कंट्रोलर/टी एल सी को देंना चाहिए और जिस कोच में आग लगी है
उसे दोनों तरफ के कोच से कम से कम 45 मी की दुरी अंतराल में अलग करना साथ ही गाड़ी रॉल्लड ना हो उसके लिए चक्का के नीचे स्टॉपर/ स्किड लगाना उसके बाद उपलब्ध साधनों से आग बुझाने का प्रबंध कार्य आवश्यक रूप से करना चाहिए । मालूम हो आपदा को ध्यान में रखते हुए रेल प्रशासन सेफ्टी विभाग द्वारा इंजन में चार ब्रेक वेन में दो एसी कोच में दो दो और पेन्ट्रीकार कोच में चार जनरेटर कार मे चार अग्निशामक संयंत्र दी रखी गई है । डेमोंस्ट्रेटर अनिल कुमार सिंह ,शंकर प्रसाद के द्वारा सी ओ टू फायर संयत्र और डीसीपी टाईप फायर संयंत्र के प्रयोग की प्रशिक्षण दी गई…
डेमोस्ट्रेटर शंकर प्रसाद ने सीपीआर देने की विधि भी बताई और अनामिका मंडल ने वैण्डेज बांधने की विधि दिखाया । प्रशिक्षण कार्यक्रम में दक्षिण पूर्व रेलवे के लगभग तीन सौ लोको पायलट उपस्थित रहे। लोको पायलट दल ने सिविल डिफेंस टीम के प्रशिक्षण कौशलता की प्रशंसा करते हुए से र्शप दंश पर दी जाने वाली प्राथमिक चिकित्सा के विषयों पर प्रशिक्षण देने की मांग रखी।