जमशेदपुर (दीप): टाटा स्टील के सहयोग से जुस्को स्कूल साउथ पार्क ने ‘सेफ’ की ओर से मोबाइल फोन सुरक्षा पर एक ऑनलाइन टॉक शो का आयोजन किया. सेफ की चेयरपर्सन रुचि नरेंद्रन और टाटा स्टील के हेड इफारमेशन सिक्यूरिटी अनुज कुमार ने सत्र में प्रतिभागियों को संबोधित किया. सत्र में ‘सेफ’कोर कमेटी की सदस्य वर्षा डागा और अंजलि कांत समेत 30 स्कूलों के प्रिंसिपल, कोऑर्डिनेटर, टीचर और 800 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया. ‘सेफ’ की ओर से जुस्को स्कूल साउथ पार्क की प्रिंसिपल मिली सिन्हा ने अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि इस अशांत समय में किशोरवय युवाओं के लिए इस तरह की सुरक्षा पहल समय की मांग है. इसके बाद, पारंपरिक तरीके से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की गयी. रुचि नरेंद्रन ने यह कहकर संदर्भ स्थापित किया कि स्कूल बंद होने और सख्त रोकथाम उपायों ने विद्यार्थियों को सीखने, मनोरंजन और बाहरी दुनिया से जुड़ने के लिए टेक्नोलॉजी और डिजिटल समाधानों पर निर्भर बना दिया है, लेकिन सभी बच्चों के पास ऑनलाइन के खतरों से खुद को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल और संसाधन नहीं हैं. उन्होंने कहा कि इस बार ‘सेफ’ द्वारा एक नयी पहल की गई है. विद्यार्थी इस कार्यक्रम के सह-मेजबान हैं, क्योंकि आज के बच्चे को टेक्नोलॉजी का व्यवहारिक ज्ञान अधिक है और वे अपने माता-पिता का मार्गदर्शन कर सकते हैं. जेएसएसपी की कक्षा 11 की दो छात्राओं स्नेहा शर्मा और अमीषा पाल ने एक प्रस्तुति के माध्यम से किशोर-किशोरियों को मोबाइल फोन सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तार से बताया. इसके बाद चीफ मेंटर अनुज कुमार ने विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों द्वारा पोस्ट किए गए सवालों के जवाब दिये. विद्यार्थियों ने मोबाइल फोन और ऑनलाइन सुरक्षा से संबंधित कई सवाल पूछे, जैसे- इंटरनेट बैंकिंग सुरक्षित है या नहीं, क्या बैटरी में लो सिग्नल यूजर्स के लिए हानिकारक है, क्या स्मार्ट फोन को एंटी वायरस प्रोटेक्शन की जरूरत होती है, आदि. श्री कुमार ने उनका उचित मार्गदर्शन किया और इन विषयों पर अपने विशेषज्ञ विचार भी साझा किये. उन्होंने कहा कि लोगों को मोबाइल फोन का इस्तेमाल सजगता के साथ और इसके पीछे की टेक्नोलॉजी को समझ कर करना चाहिए, क्योंकि सजगता से फोन का इस्तेमाल करने से खतरे का डर खत्म हो जाएगा. टाटा स्टील पीसीएंडएसपीसी आरएम सेफ्टी कांट्रैक्टर मैनेजमेंट प्रदीप कुमार यादव ने स्कूलों और ‘सेफ’ के बीच समन्वय में सहायता की. अंत में सेफ की कोर कमेटी मेंबर अंजलि कांत ने धन्यवाद ज्ञापन किया.
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