जमशेदपुर(दीप) : पिछले दिनों आजसू पार्टी के प्रवक्ता अप्पू तिवारी द्वारा राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रति अमर्यादित भाषा का प्रयोग किए जाने के विरोध में झारखंड युवा मोर्चा ने गोलमुरी थाना में एफ आई आर दर्ज करते हुए गिरफ्तारी की मांग की है। वहीं कुछ घंटे के अंदर अप्पू तिवारी ने अपने गलत बयानबाजी पर अफसोस जताते हुए गलती मानी है। आपको बता दें कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री के खिलाफ अप्पू तिवारी ने उनके निजी जिंदगी का उल्लेख करते हुए अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया था। जिसके विरोध में सोमवार को झारखंड युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष बबन राय के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने गोलमुरी थाना में प्रदर्शन किया। इन लोगों ने आरोप लगाया है कि सरकार द्वारा स्थानीय आदिवासी भाषा को प्राथमिकता दिए जाने के खिलाफ अप्पू तिवारी ने अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया था जो काफी निंदनीय है। बबन राय ने कहा कि इस लोकतंत्र में हर व्यक्ति को विरोध करने का हक है लेकिन किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति जो एक उच्च पद पर आसीन हो उनके प्रति ऐसी भाषा का प्रयोग करना अनुचित है, इसलिए झारखंड युवा मोर्चा अप्पूतिवारी के खिलाफ गोलमुरी थाना में मामला दर्ज करते हुए 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार करने की मांग की है, अन्यथा झारखंड मुक्ति मोर्चा सड़क पर उतर कर उग्र आंदोलन करने के लिए विवश होगी। इधर गोलमुरी थाना में मामला दर्ज होने के कुछ घंटे बाद ही पप्पू तिवारी ने उनके द्वारा दिए गए बयान बाजी पर गलती स्वीकार की। प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा की माँ सम्मान भाषाओं का अपमान होता देख उनसे उत्तेजना वश गलत बयानबाजी हो गई।उन्होंने कहा कि उनका बयान मुख्यमंत्री द्वारा भोजपुरी और मगही भाषाओं के अपमान के विरोध में आया था। यह दोनों ही भाषाएँ माँ तुल्य है और माँ की अस्मिता के रक्षार्थ उत्तेजना में ऐसे वक्तव्य ज़ाहिर हो गये। उनकी मंशा हेमंत सोरेन की व्यक्तिगत आलोचना या अपमान करने की नहीं थी, बल्कि उत्तेजना में शब्दों के चयन में गड़बड़ी हुई, इसका उन्हें अफ़सोस है। लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भोजपुरी और मगही भाषा के अपमान पर भोजपुरी-मगही भाषी लोगों से माफ़ी माँगनी चाहिए।
अप्पू तिवारी