जनसेवकों का 11 सूत्री मांगों को लेकर चौथे दिन भी हड़ताल जारी रहा, जिला अध्यक्ष लोकेश कुमार ने कहा कि झारखंड सरकार किसानों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझें…
रामगढ ब्यूरो (इन्द्रजीत कुमार)
झारखंड राज्य के विभिन्न जिलों में जनसेवक के द्वारा 11 सूत्री मांगों को लेकर चौथे दिन भी हड़ताल जारी रहा। इसी क्रम में रामगढ़ जिला में पूर्व निर्धारित धरना स्थल पर जनसेवकों ने बैठक कर हड़ताल की रणनीति तय की गई। रामगढ़ जिले में सभी कार्यालयों में कार्य 4 दिनों से पूर्व की तरह ही बाधित रहा। झारखंड राज्य जन सेवक संघ के महामंत्री सह रामगढ़ जिला अध्यक्ष लोकेश कुमार ने कहा कि झारखंड सरकार किसानों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझें। पूर्व से कृषि विकास के लिए रिक्त जनसेवक पद के लिए वर्ष 2011 में 2400 ग्रेड पे पर नियुक्ति हेतु विज्ञापन निकाला गया।
इसमें अनेक अभ्यर्थी अपने दूसरे सेवा को छोड़कर कृषि एवं गन्ना विकास विभाग द्वारा विज्ञापित पद जनसेवक पर योगदान दिया। लगभग 10 वर्षों के सेवा के उपरांत कृषि विभाग के इन कर्मियों को प्रोन्नति दी जानी थी।लेकिन विभाग की विडंबना देखिए इन कर्मियों को इनके वेतन घटाने हेतु कुछ दिनों पूर्व तुगलकी फरमान जारी किया गया। गौरतलब हो कि पूर्व से इन कर्मियों के द्वारा कृषि विभाग एवं प्रोन्नति की मांग की जा रही थी ।साथ ही साथ इन्हें गैर कृषि कार्यों से मुक्ति के लिए अपने विभाग से अनुरोध करते आ रहे हैं ।परंतु विभाग इनसे कृषि कार्य ना लेकर एनजीओ एवं अन्य संस्थाओं के द्वारा कृषि का कार्य करवा रहा हैं। विभाग इनका हित करने में आनाकानी कर रहे हैं। परंतु अहित करने हेतु जल्दबाजी दिखा रहा है। जो बिल्कुल भी न्याय संगत नहीं हैं। कृषि मंत्री, कृषि सचिव औंर कृषि निदेशक से अपील किया गया कि अपने तुगलकी फरमान को वापस ले। जिससे सरकार की छवि धूमिल ना हो।
हड़ताल के चौथे दिन धरना में अजीत कुमार गुप्ता, उपेंद्र कुमार, अरविंद कुमार महतो, परमानंद कुमार, जितेंद्र प्रसाद, विकास कुमार, रंजित कुमार रजक, पंकज कुमार, आलोक मित्रा, उमेश कुमार, विनीता सिंह, अनिल कुमार महतो, संजीव करमाली, त्रिलोकी नाथ महतो, रवि सागर पाण्डेय ,जोर्ज टुडू ,सुमित कुमार सिन्हा, विकास प्रसाद,अजय कुमार सिंह,चित्रा सिंह मुंडा, रविन्द्र कुमार महतो, ज्ञानी प्रताप भारती, छत्रधारी महतो इत्यादि सैकड़ों लोग उपस्थित थे।