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साहिबगंज
रण बिजय गुप्ता(संथाल ब्यूरो)

साहिबगंज महाविद्यालय के एन एस एस ओर जिला गंगा समिति की ओर से महाविद्यालय परिसर में अंतरराष्ट्रीय धावक अतुल चोकसी का भब्य स्वागत समारोह का आयोजन किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय धावक अतुल चोकसी गंगा प्रदूषण मुक्त एवं मनुष्य बने डिप्रेशन मुक्त उद्देश्य को लेकर कार्य कर रहे हैं। इस दौरान डीएफओ मनीष तिवारी ने वन विभाग के गेस्ट हाउस में रहने की व्यवस्था किए। उनके स्वागत समारोह में बैंक कर्मियों एवं अन्य गणमान्य लोग के साथ डॉ रणजीत कुमार सिंह , शशी कुमार सुमन ,अनुराग कुमार सिंह, चितरंजन कुमार आदि दर्जनों छात्र ने शामिल हुए।

अंतरराष्ट्रीय धावक अतुल कुमार चौकसी गंगा के गोमुख से गंगासागर तक का पैदल यात्रा कर रहे है।6 नवंबर गोमुख गंगोत्री ग्लेशियर से अपनी यात्रा का उन्होंने आरंभ किया। फिर गंगोत्री वैली गरतंग वैली, हर्षिल वैली, गंगायनी को पार करते हुए उत्तरकाशी तेरी डैम देवप्रयाग ,ऋषिकेश, हरिद्वार, गढ़मुक्तेश्वर फर्रुखाबाद कानपुर फतेहपुर प्रयागराज बनारस गाजीपुर बक्सर बलिया छपरा पटना होते हुए शुक्रवार को पैदल रामपुर लखीसराय मुंगेर सुलतानगंज भागलपुर पहुंचे। उन्होंने स्थानीय लोगों से चर्चा की और जागरूकता फैलाई ।ताकि हमारी राष्ट्रीय नदी व हमारी मां गंगा प्रदूषण मुक्त हो सके।

उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि गंगा की सफाई हेतु हर व्यक्ति को अपनी रेस्पॉन्सिविटी समझना होगा। लोग अगर गंगा किनारे कोई पिकनिक मनाने जाए तो जितना सामान साथ लेकर जाते हैं ,उतने ही सामान साथ लेकर वापस आना चाहिए।
प्लास्टिक बैग जैसे थैलों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इन सभी विषयों पर स्थानीय लोगों से चर्चा किए।जिस पर उनका बहुत अधिक मात्रा में समर्थन प्राप्त हुआ।
उनके साथ डेढ़ सौ किलो का लगेज है। जिसे उन्होंने एक ट्रॉली का रूप दिया है ।जिसमें सोलर पैनल, टेंट ,राशन, मेडिकल किट, वाटर टेस्टिंग किट और अन्य सामान जो इंसान को जिंदा रहने मदद करता है शामिल हैं।भागलपुर पहुंचने तक उन्होंने पैदल 2720 किलोमीटर की दूरी तय कर ली है।

इसके पहले उन्होंने 35 अंतरराष्ट्रीय पुरुस्कार वा 71 राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं।

इनकी मूख्य उपलब्धि में
2018 में उतर अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान मे 55 डिग्री सेल्सियस के तापमान में दौड़ लगाई थी और भारत तिरंगा लहराया था।
2017 में नुबरा बेली सियाचिन मार्ग से खडूंगला टाप को 20000 फीट की उचाई में दौड़ते हुए पार किया है।
2021 जनवरी को गुजरात कच्छ नमक के रेगिस्तान पाकिस्तान एवं इंडिया अंतरराष्ट्रीय सीमा से दौड़ लगाते हुए हू 1551 किलोमीटर थार मरुस्थल को पार किया था आदि ऐसे ही उनके पास अनेक उपलब्धियां है।
फ़िलहाल वर्तमान में गंगोत्री ग्लेशियर गंगा उद्गम स्थल से बंगाल की खाड़ी गंगासागर तक की यात्रा लगभग 4000 से भी ज्यादा किलोमीटर की अपने कदमों से पूरी कर रहे हैं।
इनकी जहां यात्रा वाह अभियान के दो मूल, गंगा प्रदूषण मुक्त हो एवं स्टॉप सोसाइट, को लेकर गंगा के समीप बसने वाले गांव – शहरों में चौपाल जागरुकता फैला रहे हैं।

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