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विश्व मृदा दिवस पर विशेष:

हाईटेक होने से पेट नहीं भरता, इसलिए मृदा है तो अन्न है

और अन्न है तो जीवन है….

सरायकेला Sanjay । भारतवर्ष और मृदा यानी मिट्टी का नाता आत्मीय है। जहां धरती को मां का दर्जा प्राप्त है। और मिट्टी देश प्रेम का प्रतीक है। इसी को यदि संस्कारों में देखा जाए तो धार्मिक रीति रिवाज में प्रथम मिट्टी की पूजा के बिना पूजा को संपन्न नहीं माना जाता है। जबकि दुनिया भर के लिए मिट्टी जीवन की एक आवश्यक प्राकृतिक संपदा है। जिस पर होने वाला आघात हर किसी के जीवन को बुरी तरह से प्रभावित करता है। यही कारण है कि मृदा संरक्षण और इसके टिकाऊ प्रबंधन के लिए जागरूकता को लेकर प्रत्येक वर्ष 5 दिसंबर को विश्व मृदा दिवस मनाया जाता है।

जिसका उद्देश्य मिट्टी के क्षरण के बारे में लोगों को जागरूक करना है। वर्तमान के समय में तेजी से हो रहे औद्योगिक विकास के कारण मृदा प्रदूषण एक गंभीर पर्यावरणीय समस्या के रूप में सामने आ रहा है। जिससे मिट्टी की गुणवत्ता में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। जिले के उद्योगों के विकास वाले विभिन्न क्षेत्र इसके ज्वलंत उदाहरण बने हुए हैं। मानव सहित सभी तरह के जीवो के लिए एक उन्नत स्त्रोत मिट्टी का इन दिनों प्रदूषण काफी बढ़ा है। उद्योगों के लिए पर्यावरण मानकों के प्रति लापरवाही और कृषि भूमि के कुप्रबंधन से मिट्टी की स्थिति खराब हो रही है।

सरायकेला में जारी है नि:शुल्क मिट्टी की गुणवत्ता जांच का कार्य:-

स्टार इंडिया मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा सरायकेला-खरसावां जिले में मिट्टी के नमूनों का स्वास्थ्य जांच किया जा रहा है। बीते 21 नवंबर से संचालित उक्त सॉइल टेस्टिंग लैब द्वारा जिलेभर से मिट्टी के नमूने प्राप्त किए जा रहे हैं। जिसमें वर्ष 2022-23 में कुल 10000 मिट्टी के नमूने का संग्रहण और जांच करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। स्टार इंडिया मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर सिद्धनाथ सिंह और लैब इंचार्ज रणधीर सिंह बताते हैं कि मिट्टी की जांच का कार्य आरंभ हो चुका है। जल्द ही इसके नतीजे मिलने लगेंगे। उन्होंने बताया कि किसान यहां आकर अपने खेत की मिट्टी के नमूने की जांच करवा सकते हैं। और उस मिट्टी में कमी की जानकारी प्राप्त कर कर सकते हैं। जिसे दूर कर किसान अच्छी से अच्छी फसल उपजा सकते हैं। उन्होंने बताया कि मिट्टी के नमूने की जांच से किस फसल के लिए कितनी मात्रा में किस खाद का प्रयोग किया जाना है इस बात की जानकारी भी सॉइल टेस्टिंग लैब द्वारा सॉइल हेल्थ कार्ड बनाते हुए दी जा रही है। उन्होंने बताया कि मिट्टी के नमूने की जांच की पूरी प्रक्रिया बिना किसी शुल्क के नि:शुल्क किया जाता है।

विश्व मृदा दिवस के अवसर पर किया गया पौधारोपण:-

हरियाली थीम एक पेड़ आपके नाम की ओर से उषा कॉलेज ऑफ फार्मेसी धातकीडीह में विश्व मृदा दिवस मनाते हुए पौधारोपण किया गया। जिसमें एक पेड़ आपके नाम के निदेशक दिग्विजय भारत के नेतृत्व में प्रांगण में कुल 100 पौधों का रोपण किया गया। मौके पर कॉलेज के संस्थापक अवधेश कुमार सिंह, डायरेक्टर ऋतुराज कुमार सिंह एवं प्राचार्य वेंकट ने पौधा रोपण करते हुए सभी को मृदा संरक्षण और पौधरोपण के लिए प्रेरित किया।

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