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चाइल्डलाइन सरायकेला-खरसावां ने बच्चों के साथ मनाया विश्व पर्यावरण दिवस . . .

  • सरायकेला संजय

गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत रामचंद्रपुर एवं कुचाई प्रखंड के बारूहातू में चाइल्डलाइन सरायकेला-खरसावां द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। जिसमें बच्चों ने पर्यावरण की सुरक्षा एवं संरक्षण हेतु पौधारोपण किए। जिला चाइल्डलाइन के सदस्य अजीत कवि ने बच्चों को विश्व पर्यावरण दिवस के बारे में जानकारी दिये। बताए कि पर्यावरण की सुरक्षा एवं संरक्षण हेतु पूरे विश्व में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र ने पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक जागृति लाने हेतु वर्ष 1972 में की गई थी।

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इसे 5 जून से 16 जून तक संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन में चर्चा के बाद शुरू किया गया था। 5 जून 1973 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून को मनाया जाता है पहली बार 1973 मे मनाया गया था।

मौके पर पर्यावरण दिवस मनाने के महत्व की जानकारी देते हुए बताया गया कि पर्यावरण को सुधारने हेतु यह दिवस महत्वपूर्ण है। जिसमें पूरा विश्व रास्ते में खड़ी चुनौतियों को हल करने का रास्ता निकालता हैं। लोगों में पर्यावरण जागरूकता को जगाने के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित विश्व पर्यावरण दिवस दुनिया का सबसे बड़ा वार्षिक आयोजन है।

इसका मुख्य उद्देश्य हमारी प्रकृति की रक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाना और दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे विभिन्न पर्यावरणीय मुद्दों को देखना है। चाइल्डलाइन सरायकेला-खरसावां के केंद्र समन्वयक ने चाइल्डलाइन हेल्पलाइन नंबर 1098 के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दिए। बाल देखभाल एक राष्ट्रीय, 24 घंटे, देखभाल और सुरक्षा की आवश्यकता वाले बच्चों के लिए आपातकालीन टोल फ्री फोन सेवा है। कोई भी बच्चा या संबंधित वयस्क इस सेवा का उपयोग करने के लिए 1098 डायल कर सकता है। जैसे बाल श्रम, बाल शोषण, बाल विवाह, अनाथ बच्चे सड़क पर घूमने वाले बच्चे आदि कि समस्याओं पर चाइल्डलाइन 1098 की सहायता ले सकते हैं। इस प्रोग्राम में मुख्य रूप से जल सहिया पिंकी देवी, चाइल्डलाइन के केंद्र समन्वयक साधुचरण महतो, सदस्य अजीत कवि, रामचंद्र सिंह मुंडा, लक्ष्मी मुर्मू, विकास दारोघा, अंबुज महतो सहित बच्चे उपस्थित रहे।

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