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कृषि प्रकृति की जमीन पर आवास बनाकर किया जा रहा है व्यवसायिक उपयोग; वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुशेन मार्डी ने जताई आपत्ति . . .

सरायकेला संजय

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अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशेन मार्डी एवं जिला कमेटी के वरीय उपाध्यक्ष रविंद्र मंडल ने संयुक्त बयान जारी कर बताया कि सरायकेला अंचल के बीरबांस एवं मुड़िया पंचायत औद्योगिक क्षेत्र गांव में कृषि प्रकृति की जमीन पर बड़े पैमाने पर आवास निर्माण कर व्यवसायिक रूप से उपयोग किया जा रहा है। जिससे ना केवल भूमि संबंधित नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है बल्कि राजस्व की बड़े पैमाने पर छति हो रही है। उन्होंने बताया कि इसमें से सीएनटी एक्ट की जमीन भी शामिल है, सीएनटी एक्ट के तहत ना केवल आदिवासियों की जमीन बचानी है बल्कि जमीन का संरक्षण में शामिल है।

श्री मार्डी एवं श्री मंडल ने बताया कि सरायकेला अंचल के मु़डिया एवं बीरबास पंचायत वर्तमान में औद्योगिक क्षेत्र बन गया है जहां काफी संख्या में छोटे बड़े औद्योगिक प्रतिष्ठा में स्थापित हो चुका है और स्थापित हो रहा है। इसमें से कई औद्योगिक प्रतिष्ठान में हजारों की संख्या में कामगार एवं मजदूर कार्यरत है जिसमें स्थानीय के अलावा अन्य जिले एवं प्रांत से आए हैं, जिन्हें रहने के लिए आवास की जरूरत पड़ रही है।

उन्होंने बताया कि मौका का फायदा उठाकर कुछ स्थानीय रैयत कृषि प्रकृति की जमीन पर छोटे-बड़े आवास निर्माण कर उसे व्यवसायिक रूप में उपयोग कर रहे हैं, नियामत: कृषि प्रकृति जमीन को परिवर्तन कर उसे व्यवसायिक रूप देना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि ऐसा न करना राजस्व की छति हो रही है, इन आवासों पर विभिन्न जिले एवं प्रांत के लोग रहते हैं परंतु विवरण के साथ उनकी सूची नियमानुसार थाने को नहीं दी जानी है, जबकि मकान मालिक को उनके मकानों पर रहने वाले किरायादार की पूरी सूची थाना को देनी है। इन मकानों पर उपयोग की जा रही बिजली का घरेलू कनेक्शन लेकर उसे व्यवसाय के रूप में उपयोग हो रहा है ,यह भी कानूनी जुर्म है।

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