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शिक्षकों को विभाग दे रहा गर्मी की छुट्टियों में गृह कार्य; गर्मी की छुट्टी में घर में रहकर करेंगे कार्य, शिक्षक संघ ने जताया विरोध…

सरायकेला Sanjay : सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को ग्रीष्मावकास के दौरान विभाग के तरफ से गृह कार्य दिया जा रहा है. इस संदर्भ में निदेशक किरण कुमारी पासी ने पत्र जारी कर जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला शिक्षा अधीक्षक को निर्देश दिया है. पत्र के माध्यम से कहा गया है कि पूरे प्रदेश में 13 मई तक कक्षा एक से सात के बच्चों का मूल्यांकन किया जा रहा है। इसके बाद 15 मई से ग्रीष्मावकाश निर्धारित है. निदेशक ने सभी शिक्षकों को ग्रीष्मावकाश के दौरान घर में रहकर कक्षा एक से सात तक के बच्चों की उत्तर पुस्तिका की जांच कर उनका वार्षिक परीक्षाफल तैयार करते हुए 1 जून को विद्यालय आकर छात्रों के साथ अभिभावकों को आमंत्रित कर परीक्षाफल का प्रकाशन किए जाने का निर्देश दिया है.

 शिक्षक संघ ने जताया विरोध:-

परियोजना निदेशक द्वारा प्रदेश के शिक्षकों के लिए ग्रीष्मावकाश के दौरान दिए जा रहे गृह कार्य को लेकर अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने विरोध जताया है. संघ के प्रदेश महासचिव राममूर्ति ठाकुर द्वारा इस संबंध में झारखंड शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान परिषद रांची के निदेशक को ज्ञापन सौंपकर इसका विरोध जताया गया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ झारखंड प्रदेश के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक दत्ता ने बताया है कि ग्रीष्मावकाश विभागीय नियमानुसार पूर्व से निर्धारित रहता है. साथ ही बच्चों के मूल्यांकन के लिए भी पहले से तिथि व कैलेंडर निर्धारित रहता है.

पूर्व से निर्धारित अवकाश के अनुसार ही शिक्षकों द्वारा ग्रीष्मावकाश का उपयोग अपनी आवश्यकतानुसार निर्धारित किए रहते हैं. इस दौरान कई शिक्षक अपनी या अपने सगे संबंधियों के चिकित्सा लाभ के लिए भेल्लोर, दिल्ली जैसे दूसरे शहर में चिकित्सकों का अपॉइंटमेंट लिए रहते हैं. कई शिक्षकों द्वारा ग्रीष्मावकाश के दौरान ही अपने सगे संबंधियों की शादी की तिथि भी निर्धारित किया जाता है. जिसके लिए यात्रा के लिए पहले से ही टिकट बुक करा लिया गया होता है.

ऐसे में गृह कार्य मिलना तथा अवकाश के बीच में विद्यालय खोलना संभव नहीं है. संघ द्वारा बताया गया है कि ग्रीष्मावकाश की अवधि के बदले में शिक्षकों को अन्य राज्यकर्मियों को तुलना में कम वार्षिक अर्जित अवकाश दिया जाता है. दूसरे विभाग के कर्मियों के लिए साल में 33 दिन का अर्जित अवकाश मिलता है जबकि शिक्षकों को मात्र 14 अर्जित अवकाश ही दिया जाता है. अल्प अर्जित अवकाश के कारण ही शिक्षक अपने अधिकांश कार्य को गर्मी की छुट्टी के दौरान ही निर्धारित किए रहते हैं. कहा कि विभाग द्वारा अपने निर्देश को वापस नहीं लिया जाता तो शिक्षक जिस मकान के दौरान मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करेंगे.

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