झारखंड आंदोलनकारी सम्मान समिति ने 1820 के शहीदों को दी श्रद्धांजलि…
सरायकेला Sanjay । अंग्रेजों की गोली कांड में 25 मार्च 1820 को शहीद हुए 50 आदिवासियों को झारखंड आंदोलनकारी सम्मान समिति ने पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। इसे लेकर समिति के पदाधिकारी चाईबासा के शहीद पार्क स्थित शहीद स्थल पहुंचे। जहां झारखंड आंदोलनकारी सम्मान समिति के बैनर तले मारांग गोमके जयपाल सिंग के पुत्र जयंत पाल सिंग मुंडा सहित समिति के अध्यक्ष शंकर सोय, उपाध्यक्ष मंगल मांझी, बागराई हांसदा, घासीराम सरदार सहित अन्य सभी ने शहीदों को नमन करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
उन्होंने बताया कि 25 मार्च 18 से 20 को कोल्हान में मेजर रबसेजा अंग्रेज आदिवासियों से मालगुजारी वसूल करने के विचार से कदम रखा था। परंतु कोल्हान के आदिवासियों को ब्रिटिश का यह विचार रास नहीं आया। और सभी ने एकजुट होकर महिला पुरुष तीर एवं तलवार से लैस होकर चाईबासा में मेजर रबसेजा चारों तरफ से घेर लिया था।
यह दृश्य देख मेजर ने आदिवासियों के ऊपर फायर का आदेश दिया। जिसमें दनादन गोलियां चलने के क्रम में 50 आदिवासी शहीद हो गए थे। उन्हीं की याद में वहीं पर चाईबासा में शहीद स्थल का निर्माण किया गया है। उन्होंने बताया कि वीर शहीदों को याद करने का उद्देश्य युवाओं को इतिहास जानने और सम्मान करने के लिए प्रेरित करना है।