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जयंती पर याद किए गए लीजेंड ऑफ सरायकेला छऊ कुंवर विजय प्रताप सिंहदेव . . .

सरायकेला : SANJAY

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सरायकेला मॉडर्न छऊ नृत्य कला के जनक माने जाने वाले कुंवर विजय प्रताप सिंहदेव को उनकी जयंती पर सरायकेला के युवा छऊ कलाकार सीनियर फैलोशिप विजेता रजतेंदु रथ ने ह्रदय से नमन करते हुए स्मरण किया। मौके पर उन्होंने कुंवर विजय प्रताप सिंहदेव के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए बताया कि छऊ नृत्य कला के महान कोरियोग्राफर रहे कुंवर विजय प्रताप सिंहदेव ने परंपरागत सामरिक छऊ नृत्य कला में पहली बार नवरस का भाव समाहित कर छऊ नृत्य कला को समूचे विश्व के लिए समर्पित किया था।

3 जून 1896 को जन्मे कुंवर विजय प्रताप सिंहदेव ने कोलकाता यूनिवर्सिटी की प्रेसिडेंसी कॉलेज से ग्रेजुएट की डिग्री हासिल की। और समाज में जाति प्रथा की भेदभाव को मिटाते हुए शिक्षा का प्रसार कर सरायकेला में अजय एसोसिएशन की स्थापना की थी। सरायकेला मॉडर्न छऊ नृत्य कला में उनके योगदान के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाता रहेगा।

इसी प्रकार श्री केदार आर्ट सेंटर में भी श्रद्धा भाव के साथ कुंवर विजय प्रताप सिंहदेव की 128वीं जयंती मनाई गई। जिसमें सेंटर के डायरेक्टर गुरु मलय कुमार साहू के नेतृत्व में कलाकार अजय कुमार साहू, रजतेन्दु रथ, कैलाश प्रताप सिंहदेव, गुरुचरण महतो, युधिष्ठिर महतो, मिलन सिंह, गुरु प्रसाद बास्के, बहादुला कुंभकार, सुमित मोदक, मनसा मोदक, बद्रीनाथ कुंभकार, विकी कुंभकार, राहुल कुंभकार, बादल कुंभकार, आकाश कुंभकार, शिवनाथ कुंभकार, राजकुमार गोप, शिवा कुंभकार, सुशांत पडिहारी, चंदन पडिहारी एवं अमित कुमार साहू द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उनके आदर्शों को सरायकेला छऊ नृत्य कला के उत्थान के लिए अपनाने का संकल्प लिया गया।

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