मनमोहन सिंह राजपुत संगठन के नाम कर रहे है अवैध उगाही वह पत्रकारों का मुखिया नहीं बल्कि अपराधिक गिरोह का सरगना और बालू माफियाओं से संबंध है: भरत सिंह
आदित्यपुर (जगबंधु महतो) सरायकेला.खरसावां प्रेस क्लब के अध्यक्ष भरत सिंह ने जिले के द प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला को संचालित करनेवाले मनमोहन सिंह राजपुत पर आरोप लगाते हुये भरत सिंह ने कहा की मनमोहन सिंह पत्रकारों के हितैशी नहीं अपराधी सरगना है । ये बातें सरायकेला.खरसावां प्रेस क्लब के बैठक आयोजित कर प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया । वही आरोप पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुये कहा की आदित्यपुर का रहनेवाला मनमोहन सिंह राजपुत नामक व्यक्ति जो कि खुद को द प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला.खरसावां का अध्यक्ष बताता है। उसके द्वारा मेरे उपर बेबुनियाद आरोप लगाते हुए कोल्हान डीआईजी और सरायकेला पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है। मैं बताना चाहता हूं कि जिले के मुख्यधारा से जुड़े पत्रकारों ने मुझे सरायकेला.खरसावां प्रेस कल्ब का अध्यक्ष चुना है।
अध्यक्ष बनने के बाद पत्रकारों के नाम पर थाना दर थाना दलाली करनेवाले तत्वों के कारनामें मेरे समक्ष आने लगाए जिसे जिले के वरीय अधिकारियों के माध्यम से मैं उजागर कर रहा हूं। मैं करीब 20 वर्षाे से पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूं और समाजहित में अपनी कलम के माध्यम से सामाजिक राजनैतिक और भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्भिक होकर लिखता हूं। मनमोहन सिंह राजपुत जो कि कुछ साल पूर्व आदित्यपुर में आया है। वह एक गैर अधिकृत पोर्टल न्यूज शुरू किया। इस पोर्टल के माध्यम से मनमोहन सिंह राजपुत ब्लैकमेलिंग का काम करता है। यही नहीं उसके द्वारा चांडिल,आदित्यपुर, कपाली, राजनगर समेंत विभिन्न थाना क्षेत्रो में अपने हिसाब से अपराधिक तत्वों को पत्रकार बनाकर उसे पैसे की उगाही करवाता है। मैं पुलिस प्रशासन से मांग करता हूं कि मनमोहन सिंह राजपुत के फोन नम्बर की सीडीआर निकाला जाए और पता लगाया जाए कि वह किन किन भ्रष्ट लोगो के संपर्क में है।
उसने मेरे द्वारा संचालित संगठन को फर्जी बताया है जबकि जिस कथित संगठन को वह चला रहा है उसमें एक दो लोग को छोड़ दे तो कोई पत्रकार है ही नहीं। कोई फर्जीवाड़ा के आरोप में जेल से छूटा है तो कोई उनके द्वारा संचालित न्यूज पोर्टल का आईडी कार्ड लेकर क्षेत्र के लगत कारोबार में लिप्त है। उसने जो संगठन खड़ा किया है दरअसल उसमें उसके द्वारा संचालित गैर कानूनी पोर्टल के सदस्य है। जिसका ना तो कार्यालय का पता है और ना ही पत्रकारिता के लिए लाईसेंस जारी करनेवाले सरकारी संगठनों का इसपर नियंत्रण है। मनमोहन सिंह राजपुत पर रांची के अरगोड़ा थाना, सरायकेला थाना और सिनी में अपराधिक मामले चल रहे है। और उल्टे उसके द्वारा मेरे उपर आरोप लगाया जा रहा है।
मनमोहन सिंह राजपुत के कारनामे आये दिन विभिन्न पुलिसकर्मियो से सुनने को मिलता है। मैं यह कहना चाहता हूं कि क्षेत्र में पत्रकार के नाम पर हर थाना क्षेत्र में अपराधियों से सांठ.गांठ कर अवैध धंधा चलवा रहा है। उसके द्वारा तिरूलडीह, आदित्यपुर, गम्हरिया, आसंगी समेंत कई इलाकों में बालू के अवैध उत्खन्न के लिए अपराधियों और पुलिस के बीच लाईजनिंग करकार पैसा उगाही करते है ।