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सरकारी स्तर पर आयोजित हो रहे छऊ महोत्सव में शामिल नही होंगे कलाकार; अलग से मनाएंगे चैईत पोरोब . . .

सरायकेला: छऊ आर्टिस्ट एसोसिएशन सरायकेला-खरसावां के अध्यक्ष भोला मोहंती व सचिव सुदीप कुमार कवि ने शुक्रवार को सरायकेला में प्रेस कॉफ्रेंस कर बताया कि सरकारी स्तर पर जिला प्रशासन द्वारा आयोजित किए जा रहे चैत्र पर्व सह राजकीय छऊ महोत्सव में इस वर्ष सरायकेला के छऊ कलाकार शामिल नही होंगे। बल्कि छऊ कलाकार सभी धार्मिक परंपराओं का निर्वहन करते हुए अलग से परंपरागत चैईत पोरोब मनाएंगे। अध्यक्ष व सचिव ने बताया कि कलाकारो के सम्मान की बात तो दूर इस वर्ष चैत्र पर्व के आयोजन को लेकर किसी कलाकार को प्रशासन द्वारा आमंत्रित तक नही किया गया है। अपने ही घर में इस प्रकार के अपमान व उपेक्षा से कलाकार आहत व आक्रोशित है। अध्यक्ष व सचिव ने बताया कि सभी छऊ कलाकारो को साथ लेकर इस वर्ष एसोसिएशन द्वारा धार्मिक परंपराओं का निर्वहन करते हुए प्रशासन के आयोजन से हटकर अलग से चैईत पोरोब मनाया जाएगा। जिसके लिए सरायकेला जेल रोड में बजरंग बली मंदिर के समक्ष चैईत पोरोब मनाने को लेकर पारंपरिक मिट्टी का मंच तैयार किया जा रहा है। यहां छऊ कलाकार प्रशासन से अलग हटकर पारंपरिक तरीके से चैईत पोरोब मनाएंगे। अध्यक्ष भोला मोहंती व सचिव सुदीप कवि ने कहा छऊ महोत्सव के नाम पर परंपरा व संस्कृति के साथ खिलवाड़ करते हुए जिला प्रशासन द्वारा छऊ कलाकारों का शोषण किया जा रहा है। जिसे कलाकार कभी बर्दाश्त नही करेंगे। एसोसिएशन के अध्यक्ष व सचिव ने कहा कि छऊ केवल नृत्य ही नही बल्कि हमारी संस्कृति है। यहां के कलाकारों को उपेक्षित कर भाड़े के कलाकारो से महोत्सव मनाया जा रहा है जिसे कलाकार बर्दाश्त नही करेंगे। बताया गया कि एसोसिएशन द्वारा धार्मिक परंपराओं का निर्वहन कर शिव शक्ति के आराधना के साथ भव्य रुप से चैईत पोरोब का आयोजन किया जाएगा जिसमें सभी कलाकारो को सम्मानित भी किया जाएगा। परंपरागत चैईत पोरोब के तहत 11 अप्रैल को अखाड़ा माडा का आयोजन होगा। 12 अप्रैल को छऊ नृत्य का आयोजन होगा जबकि 13 अप्रैल को पूरी रात छऊ नृत्य का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए जेल रोड बजरंग बली मंदिर के समीप मिट्टी का पारंपरिक मंच तैयार किया जा रहा है।

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