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संभावित सुखाड़ की स्थिति को देखते

हुए बीडीओ ने की विभागीय बैठक….

सरायकेला (संजय मिश्रा)  प्रखंड विकास पदाधिकारी सरायकेला मृतुन्जय कुमार की अध्यक्षता मे प्रखंड कार्यालय सभागार मे विभागीय पदाधिकारियों, कर्मियों तथा जनप्रतिनिधियों के साथ क्षेत्र मे वर्षापात कम होने के कारण संभावित सुखाड़ की स्थिति को देखते हुए विशेष बैठक किया गया।

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वर्षा ऋतु के बावजूद वर्षापात कम होने के कारण खरीफ फसल की बुवाई भी प्रभावित हुई है। उपायुक्त द्वारा जिला विकास एवं समन्वय समिति की बैठक में दिए गए निर्देश के आलोक में बरसात कम होने से संभावित सुखाड़ की स्थिति को देखते हुए रणनीति तैयार करने के निमित्त बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता प्रखंड विकास पदाधिकारी, सरायकेला द्वारा की गई। तथा बैठक में पंचायतवार जून और जुलाई माह में हुए वर्षापात की समीक्षा की गई। उपस्थित मुखियागण तथा जनप्रतिनिधियों के द्वारा यह जानकारी दी गई कि कहीं कहीं मात्र 3 से 4% रोपनी का कार्य हो पाया है तो कहीं 15 से 20% तक ही रोपनी का कार्य हो पाया है।

किसी भी पंचायत में 20% से ज्यादा रोपनी की सूचना नहीं प्राप्त हुई। इस पर सभी उपस्थित जनप्रतिनिधियों से उनकी राय मांगी गई तो सभी ने सर्वसम्मति से परामर्श दिया कि नदियों और जल स्रोतों के आसपास अवस्थित गांव में कृषि विभाग द्वारा पर्याप्त यंत्र उपलब्ध कराया जाए। ताकि उन जल स्रोतों से जल लेकर सुख रहे धान के बीचड़े और अन्य फसल को बचाया जा सके। वैकल्पिक कृषि हेतु बीज की व्यवस्था कृषि विभाग द्वारा कराई जाए ताकि कुछ दलहन और तिलहन की फसल टांडभूमि और अन्य जगहों पर बुवाई किया जा सके। जिससे कृषक आर्थिक रूप से परेशान नहीं हों।

सभी किसानों की सूची बनाई जाए। जो कम वर्षापात के कारण प्रभावित हो रहे हैं। जिसका आकलन किसान मित्र एवं पंचायत स्तरीय सभी जनप्रतिनिधियों के माध्यम से कराते हुए सूची तैयार की जाए। जिसमें प्रभावित होने वाले किसानों का नाम प्रभावित क्षेत्र का क्षेत्रफल तथा वैकल्पिक बीज की आवश्यकता का आकलन कर जल्द से जल्द प्रखंड कार्यालय में जमा किया जाए। ताकि उससे उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जा सके।

बरसात कम होने के कारण सुखाड़ की संभावनाएं हर बार हो रही है। इससे निपटने के लिए ठोस रणनीति ग्राम पंचायत स्तर पर तैयार कर उसे प्रखंड के माध्यम से जिला और राज्य को अवगत कराने का निर्णय बैठक में लिया गया। बैठक में विधायक प्रतिनिधि सनद आचार्य द्वारा भी प्रस्ताव उपलब्ध कराने का अनुरोध सभी जनप्रतिनिधियों से किया गया।

ताकि उसे स्थानीय विधायक-सह- मंत्री चंपाई सोरेन को अवगत कराते हुए समस्या के समाधान की अग्रतर कार्रवाई की जा सके। उपस्थित विधायक प्रतिनिधि सुधीर महतो ने भी सूख रहे धान के बीचड़ों को बचाने हेतु प्रयास करने का आग्रह कृषि विभाग से किया। प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि तत्काल सभी कृषक मित्रों की बैठक बुलाकर उन्हें निर्देशित करें कि वह पंचायतों में मुखिया एवं अन्य जनप्रतिनिधि के साथ समन्वय स्थापित कर 1 से 2 दिनों के अंदर बैठक आहूत करें। एवं कम वर्षा के कारण प्रभावित किसानों की सूची तैयार कर और उनके संबंध में आवश्यकताओं का आकलन कर सूची प्रखंड कार्यालय को उपलब्ध कराएं ताकि उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा सके।

बैठक में प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा सभी मुखिया, पंचायत समिति एवं जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया गया कि वे पंचायत स्तरीय बैठक कर सुखाड़ की स्थिति से संभावित बेरोजगारी बढ़ने की स्थिति को देखते हुए अधिक से अधिक मनरेगा योजनाओं में लाभुकों को काम पर लगायें। ताकि आवश्यकतानुसार उन्हें आर्थिक सहयोग किया जा सके।

बैठक में प्रखंड प्रमुख लक्ष्मी गागराई, विधायक प्रतिनिधि सुधीर महतो एवं सनद आचार्य, उप-प्रमुख, सभी पंचायतों के मुखिया , पंचायत समिति सदस्य, प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड समन्वयक पंचायती राज, मनरेगा तथा प्रधानमंत्री आवास, आत्मा कार्यालय से शालू कुमारी तथा सभी पंचायत सचिव उपस्थित रहे।

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