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खनन विभाग बालू माफियाओं के आगे विवश क्यों ?

आदित्यपुर (ए के मिश्रा): सरायकेला खरसावां जिले के खनन विभाग बालू माफियाओं के आगे इन दिनों बौने साबित हो रहे हैं। जिले में लगातार अवैध बालू का उत्खनन जारी है। रात के अंधेरे के बाद अब दिन के उजाले में उत्खनन धड़ल्ले से बेखौफ हो रहे हैं। जिला खनन पदाधिकारी सनी कुमार अनजान है या जानकर अनजान है। आखिर क्यों जिला खनन विभाग बालू माफियाओं के आगे बेबस नजर आ रहा है।

इस पूरे प्रकरण पर संवाददाता ने जानकारी के लिए जब जिला खनन पदाधिकारी सनी कुमार के दूरभाष 7209176895 पर 4ः46 मिनट पर संपर्क के लिए फोन किया ।परंतु जिला खनन पदाधिकारी सनी कुमार द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया। संवाददाता को आज दिन के 12ः 08 पर सूचना मिली की गौरी घाट पर 16 से 17 गाड़ी बालू के लिए लगी हुई है। संवाददाता ने 12ः19 पर वरीय पदाधिकारी एवं एसडीपीओ संजय कुमार सिंह को जानकारी दी। एसडीपीओ ने तुरंत मामले को गंभीरता से लेते हुए कपाली थाना प्रभारी सुनील कुमार भोक्ता को करवाई हेतु निर्देशित किया गया। जिसके बाद कपाली थाना प्रभारी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गौरी घाट पहुंचे ।

पहुंचने की सूचना मिलते ही माफियाओं में भगदड़ मच गई । कपाली थानेदार ने संवाददाता को बताया कि किसी भी हाल में बालू का अवैध कारोबार नहीं होने दिया जाएगा। वही कपाली थानेदार द्वारा बताया गया कि हमें जाने की सूचना पहले ही पहुंच जाती है क्योंकि जगह जगह पर बालू माफियाओं द्वारा आदमी रखा गया है। वही चांडिल एसडीपीओ द्वारा भी इस बात को बताया गया कि बालू माफियाओं द्वारा हर जगह आदमी रखा गया है चौक चौराहे पर जो जाने की सूचना पहले ही फोन से दे देता है। गम्हरिया तरफ से जाने पर भी सूचना मिल जाती है क्योंकि गम्हरिया से गौरी घाट तक जहां-तहां आदमी बालू माफियाओं द्वारा रखा गया है ।

जिससे बालू माफियाओं की सूचना पहुंचने से पहले ही मिल जाती है। वही एक वरीय पदाधिकारी ने संवाददाता को बताया खनन विभाग की जिम्मेवारी बनती है कि खनन विभाग लगातार छापामारी करें। क्योंकि खनन विभाग अवैध बालू उत्खनन रोकने के लिए ही विभाग बना हुआ है ।अगर पुलिस प्रशासन पकड़ती भी है तो .िप.त. नहीं कर सकती है । क्योंकि उसके लिए खनन विभाग को ही एफआईआर करना है या सीओ को ,इसलिए खनन विभाग की जिम्मेदारी बनती है की लगातार छापामारी कर अवैध बालू उत्खनन या माइनिंग से संबंधित किसी भी प्रकार का अवैध उत्खनन को रोके। परंतु दुर्भाग्य है कि जिला खनन पदाधिकारी चीर निंद्रा में सोए हुए । जिला खनन पदाधिकारी सनी कुमार भी विवादों में रहे हैं सरायकेला में जहां उनके ऊपर एफआईआर भी हुआ है। वहीं जांच टीम द्वारा भी इनके ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं । खैर जो भी हो बालू माफियाओं के आगे जिला खनन पदाधिकारी सनी कुमार विवश नजर आ रहे हैं ।

 

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