Spread the love

उपायुक्त ने दवा खाकर फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का किया

शुभारंभ, जिले मे लगभग ग्यारह लाख लोगों को दवा खिलाने का

लक्ष्य; जिले के 1680 बूथों पर खिलाया गया डीईसी एवं

अल्बेंडाजोल की दवा…

सरायकेला Sanjay । फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का शुभारंभ बृहस्पतिवार को जिला समाहरणालय स्थित उपायुक्त कार्यालय कक्ष में उपायुक्त सह अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति अरवा राजकमल, अपर उपायुक्त सुबोध कुमार, सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी सुनील सिंह ने डीईसी की तीन गोलियों के साथ अल्बेंडाजोल का एक टैबलेट का सेवन कर जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरूआत की। मौके पर उपायुक्त ने फाइलेरिया मुक्त सरायकेला-खरसावां जिला बनाने हेतु जिलेवासियो से ऐतिहातन के तौर पर सभी को डीईसी व अल्बेंडाजोल की दवा आयु वर्ग के अनुसार खाने के अपील की।

Advertisements
Advertisements

उपायुक्त ने कहा कि फाइलेरिया (हाथी पांव) मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी है। दवा खाकर ही हम इस बीमारी से बच सकते हैं। इस बीमारी के लिए दवा का सेवन करना इसलिए जरूरी है क्योंकि इस बीमारी का इंफेक्शन तुरंत नहीं दिखता है। इसका असर एक से दो दशक बाद होता है। तब तक इसका उपचार लगभग संभव नहीं होता है। इसलिए दवा खिलाने के लिए सभी आंगनबाड़ी केंद्र, सभी स्वास्थ्य उप केंद्र, सभी स्वास्थ्य केंद्र, सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व विद्यालयों में कुल 1680 बूथ बनाया गया है। जहां आमजन जाकर दवा का सेवन कर सकते हैं। सिविल सृजन डॉ विजय कुमार ने फाइलेरिया उन्मूलन 2023 कार्यक्रम के सम्बन्ध मे जानकारी देते हुए बताया कि जिले मे कुल लगभग ग्यारह लाख सोलह हजार लाभुकों को फाइलेरिया से बचाव हेतु दवा खिलाया जाना है।

जिसके लिए सभी दीदियो को प्रशिक्षण प्रदान कर आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हर पंचायत के गाँव गाँव घर-घर निरीक्षण कर दीदियो के द्वारा हाइट एवं वजन के अनुसार दवा खिलाई जाएगी। कृपया उनका सहयोग करे उनके उपस्थिति मे ही दवा जरूर खा ले। डॉ विजय कुमार ने कहा कि यह दवा 2 साल से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को नहीं खिलाई जाएगी।

यह दवा खाली पेट में नहीं खाया जा सकता है। जिला समाहरणालय सभागार में उपस्थित विभिन्न विभागों के पदाधिकारी/कर्मी एवं उपस्थित नागरिक आदि ने भी डीईसी की गोलियों के साथ अल्बेंडाजोल टैबलेट का सेवन किया। इसके अतिरिक्त जिले के सभी प्रखंड/अंचल कार्यालय समेत विभिन्न कार्यालयों मे कार्यक्रम आयोजित कर पदाधिकारी एवं कर्मियों को डीईसी की गोलियों के साथ अल्बेंडाजोल टैबलेट का सेवन किया गया।

Advertisements

You missed