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बिको मोड़ श्मशान काली मंदिर जमीन बचाने एकजुट हुए ग्रामीण, मंत्री चंपई सोरेन का मिला साथ ,ग्रामीणों ने कहा जान देंगे नहीं देंगे पूर्वजों की जमीन….

झारखंड सरकार नीति के तहत स्थानीय उद्योगों में अब 75%

स्थानीय को रोजगार देना अनिवार्य.. मंत्री चंपई सोरेन

गम्हरिया  (जगबंधु महतो) आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत बीको मोड श्मशान काली मंदिर के जमीन को विगत दिनों जियाडा द्वारा स्थानीय उद्योग को आवंटित किए जाने के विरुद्ध ग्रामीणों द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को “शमशान बचाओ भूमि बचाओ” कार्यक्रम के तहत एकजुट हुए ग्रामीणों ने श्मशान काली मंदिर की जमीन बचाने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से झारखंड सरकार के मंत्री चंपई सोरेन शामिल हुए।

जहां इन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि किसी भी सूरत में शमशान के जमीन पर उद्योग -धंधे नहीं लगेंगे। मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि वर्षों से यहां पूर्वजो के शव का अंतिम संस्कार और शव को दफनाते आए हैं। ऐसे में पारंपरिक जमीन को बचाना अति आवश्यक है। मौके पर ग्रामीणों ने मंत्री चंपई सोरेन को अवगत कराते हुए बताया कि कई ग्रामीणों के पूर्वजों का शव यहां दफनाया गया है। जिनके सीने पर उद्योग किसी भी हाल में नहीं खड़ा होने दिया जाएगा। मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि सामाजिक व्यवस्था के तहत शमशान का होना अति आवश्यक है ।मंत्री ने कहा कि स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने में ग्रामीण का भी योगदान है। उद्योग -धंधे बढ़ रहे हैं लेकिन स्थानीय वंचित हैं ।

मंत्री ने कहा कि झारखंड सरकार नीति के तहत स्थानीय उद्योगों में अब 75% स्थानीय को रोजगार देना अनिवार्य कर दिया गया है। जनसभा को संबोधित करते हुए जियाडा क्षेत्रीय निदेशक प्रेम रंजन ने कहा कि 1988 में बिहार सरकार के वक्त जमीन उद्योग को आवंटित की गई थी। जिसे जनहित में रद्द किया जाएगा। इन्होंने कहा कि स्थानीय उद्योग भी स्थानीय लोगों के साथ ही कदमताल कर चलेंगे। आयोजित जनसभा में गम्हरिया बीड़ीओ मारुति मींज, सीओ मनोज कुमार, विधायक प्रतिनिधि सनद आचार्य ,चंचल गोस्वामी समेत मंदिर कमेटी के सदस्य मौजूद थे।

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