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डीआरयूसीसी सदस्य मनोज कुमार चौधरी ने रेल

प्रबंधक को पत्र लिखकर यात्री सुविधा के लिए 11 सूत्री

सुझाव दिए….

सरायकेला। साउथ ईस्टर्न रेलवे चक्रधरपुर डिवीजन के डीआरयूसीसी परामर्शदात्री समिति के सदस्य मनोज कुमार चौधरी ने चक्रधरपुर मंडल के रेलवे प्रबंधक को पत्र लिखकर पहली मंडल स्तरीय डीआरयूसीसी बैठक में यात्री सुविधा को लेकर 11 सूत्री प्रस्तावों को शामिल करने के सुझाव दिए हैं।

जिसमें उन्होंने कहा है कि भारतवर्ष में यात्रा के लिए रेलवे का किफायती सुरक्षित सुदृढ़ मजबूत नेटवर्क है। सरायकेला खरसावां जिला विश्व स्तरीय छऊ नृत्य के लिए प्रसिद्ध है। अभी वर्तमान रेलवे के मानचित्र में सरायकेला का नाम नहीं होने के कारण देश-विदेश के पर्यटकों को यहां पहुंचने में परेशानी होती है। जिला मुख्यालय के सबसे नजदीकी सीनी रेलवे स्टेशन छऊ नृत्य के चित्र एवं थीम के साथ जिला स्तरीय सौंदर्यीकरण और सुविधा युक्त स्टेशन के रूप में विकसित करने के साथ सीनी स्टेशन के नाम को सीनी-सरायकेला कर देने पर देश-विदेश के पर्यटकों को सरायकेला पहुंचने में बहुत आसानी होगी।

भविष्य में जिला मुख्यालय सरायकेला को रेलवे नेटवर्क से जोड़ा जाए। नजदीकी स्टेशन सीनी, महालीमुरूप, कांड्रा, राजखरसावां, बड़ाबाम्बो एवं अन्य स्टेशनों के प्लेटफार्म में प्रकाश व्यवस्था सुदृढ़ किए जाने की आवश्यकता है। चक्रधरपुर, चाईबासा एवं सीनी स्वचालित सीढ़ी अधिष्ठापन किए जाने का आवश्यकता है। कोल्हान मुख्यालय चाईबासा से राजखरसावां, सीनी एवं चांडिल होते हुए रांची के लिए इंटरसिटी एक्सप्रेस की आवश्यकता है। एलेप्पी एक्सप्रेस, पूरी चक्रधरपुर पैसेंजर एवं बुआ पैसेंजर ट्रेनों को पुन: परिचालन करने की आवश्यकता है। शैक्षणिक एवं धार्मिक यात्रा के लिए पूरी चक्रधरपुर पैसेंजर को सप्ताह में 3 दिन सीनी होकर चलाने की आवश्यकता है।

देश के महानगरों में से एक कोलकाता कोल्हान के नजदीक का महानगर है। कोल्हान की बड़ी आबादी को महानगर मेट्रो सिटी से आवागमन में काफी असुविधा होती है। इसलिए चाईबासा से हावड़ा इंटरसिटी एक्सप्रेस सप्ताह में 3 दिन नई रेलगाड़ी के परिचालन की आवश्यकता है। रेलवे स्टेशनों के अलावा सरायकेला एवं अन्य स्थानों में कंप्यूटरीकृत आरक्षण केंद्रों में हमेशा लिंक की परेशानी होती है। इसलिए मजबूत लिंक अधिष्ठापन का प्रस्ताव एवं चाईबासा कंप्यूटरीकृत आरक्षण केंद्र रात्रि 8:00 बजे तक खोलने की आवश्यकता है।

शैक्षणिक, धार्मिक यात्रा एवं सरायकेला क्षेत्र के अधिकतर वाशिंदे उड़ीसा से जुड़े हुए हैं। इसलिए पूरी चक्रधरपुर पैसेंजर को 3 दिन सीनी होकर चलाने का प्रस्ताव तथा दैनिक यात्रियों की सुविधा के लिए 2 जोड़ी टाटानगर से राऊरकेला पैसेंजर ट्रेन चलाने की आवश्यकता है। चक्रधरपुर रेल मंडल अंतर्गत सभी 78 स्टेशनों के प्लेटफॉर्मों एवं पार्किंग स्थल में साफ सफाई, सैनिटरी पैड, शौचालय, पेयजल, प्रतीक्षालय एवं न्यूनतम यात्री सुविधाएं बहाल करने की दिशा में कार्यवाही करने की आवश्यकता है। उन्होंने उक्त सभी प्रस्तावों को डीआरयूसीसी की बैठक में शामिल करने की मांग की है।

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