Spread the love

क्षेत्र में बढ़े सर्पदंश के मामले; जून महीने में 27 सर्पदंश के शिकार इलाज के लिए पहुंचे सदर अस्पताल…

सरायकेला:संजय मिश्रा

Advertisements
Advertisements

सरायकेला। हल्की बारिश और उमस भरे मौसम के साथ ही क्षेत्र में सर्पदंशन के मामले बढ़ने लगे हैं। सदर अस्पताल पहुंचे सर्पदंश के शिकार के आंकड़े बताते हैं कि जून महीने में कुल 27 सर्पदंश के शिकार हुए लोग इलाज के लिए भर्ती कराए गए हैं। जिसमें 14 पुरुष और 13 महिला शामिल है। इसमें पॉजिटिव बात रही है कि सभी स्वस्थ होकर वापस घर लौटे हैं। सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार बताते हैं कि सर्पदंशन के मामले इन दिनों बढ़े हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा इससे निपटने के लिए पर्याप्त तैयारी की गई है। जिसके तहत लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ सदर अस्पताल सहित सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त मात्रा में एंटी वेनम वैक्सीन उपलब्ध करा दी गई है।

चार शिकार है इलाजरत:-
सांप के काटने के शिकार हुए चार पीड़ित वर्तमान में सदर अस्पताल सरायकेला में इलाजरत है। जिनमें से सरायकेला सदर अस्पताल में इलाजरत बुखार से पीड़ित अपने दोस्त दुबराज मुंडा के लिए बीते बृहस्पतिवार की रात खाना लेकर जा रहे अनुसूचित जनजाति बालक आवासीय विद्यालय के दसवीं कक्षा का छात्र 16 वर्षीय कालाचंद मुंडा रास्ते में सांप के काटने का शिकार हो गया। जिसका इलाज सदर अस्पताल में जारी है। इसी प्रकार सरायकेला प्रखंड के मांगूडीह निवासी 50 वर्षीया जमुना होनहागा, 13 वर्षीया कुदरसाई निवासी रानी लोहार और 23 वर्षीया बबली महतो सर्पदंश के शिकार होकर इलाजरत हैं। सभी की स्थिति स्थिर और बेहतर खतरे से बाहर बताई जा रही है।

स्नेक कैचर ने रेस्क्यू किया पांच फीट लंबा अजगर सांप:-
स्थानीय जनों द्वारा सूचना देने के पश्चात सरायकेला के स्नेक कैचर राजा बारिक ने गेस्ट हाउस स्थित मॉल के समीप पहुंचकर एक 5 फीट लंबे अजगर सांप को रेस्क्यू किया। और उसे सुरक्षित समीप के कोपे जंगल में ले जाकर उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया।

लोगों को किया जा रहा है जागरूक:-
बरसात के दिन को देखते हुए अपने घर में एवं घर के आसपास स्वच्छता बनाए रखें। घर के आसपास झाड़ी झुरमुट नहीं होने दें। सांप के काट लेने की स्थिति में धैर्य और संयम बनाए रखें। और जितनी जल्दी हो सके चिकित्सीय इलाज के लिए पीड़ित को अस्पताल पहुंचाएं। झाड़-फूंक और अन्य टोने टोटके जैसे उपचार में समय गंवाने पर प्रभावित के जीवन पर संकट आ सकता है। अधिकांश सांप जहरीले नहीं होते हैं। बावजूद इसके उनके काटने के बाद प्रभावित व्यक्ति संयम खोकर ही अपने प्राण संकट में डाल लेता है।

Advertisements

You missed