सामाजिक एवं भावनात्मक शिक्षा पर हर्ष जोहर के ओरिएंटेशन कार्यक्रम का हुआ आयोजन…
सरायकेला Sanjay । कुंवर विजय प्रताप सिंहदेव राज्य संपोषित +2 बालिका उच्च विद्यालय सरायकेला में सरायकेला प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी रविकांत भकत की उपस्थिति में विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ सी०ई०एल० के तत्वाधान एक दिवसीय प्रशिक्षण सह परिचर्चा कार्यक्रम किया गया।
इस कार्यक्रम के तहत एसईएल (SEL-Social Emotional Learning) अर्थात सामाजिक एवं भावनात्मक शिक्षा और प्रोजेक्ट सम्पूर्णा का व्यवस्थित और सम्मिलित रूप माध्यम से कठिन हालातों से आने वाले बच्चों और युवाओं में क्षमताओं का विकास कर उनके प्रतिभा को पूरी तरह विकसित करना और एक बेहतर समाज का निर्माण करने में योगदान दे सके।
विद्यालय को बदलाव का एक केंद्र बनाकर शिक्षको और हेड मास्टर की क्षमता विकास के माध्यम से एसईएल (SEL) में नवाचार को प्रदर्शित करने का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण प्रभारी शर्मिष्ठा दस और मंजू खातून ने बताई बच्चों के सर्वांगीण विकास के कई तरीके है, जिससे वे अपने मुश्किलों को समाप्त कर सकते है । भावनात्मक विकास से बच्चों में एक दूसरे से बात करने की क्षमता, सहभागिता, आत्मविश्वास, सम्मान मूल्यों की समझ एवं अच्छे संस्कारों की समझ बनती है। सामाजिक विकास से अपने समुदाय की समझ और उनसे बातें करने और उन्हें समझने की क्षमता बढ़ती है। सुरक्षित और सक्षम माहौल मिलने से बच्चों में सीखने और समझने की क्षमता में वृद्धि होती है। बच्चे ज्यादा जुडाव, सुरक्षित और सम्मान महसूस करते हैं।
विद्यार्थी से नकारात्मक अनुभवों को पीछे छोड़ आगे बढ़ना, भावनात्मक दृढ़ता, जटिल समस्याओं की प्रभावशाली रूप से हल करना, तार्किक सोच, पहल करना, जिम्मेदारी पूर्ण निर्णय क्षमता, सायं के विकास के लिए प्रतिबद्ध होना, स्व-जागरूकता, आत्म-सम्मान, ग्रोथ माइंडसेट, सकारात्मक सामाजिक संबंध बनाना और निभाना तथा दूसरों के प्रति समानुभूति, रखना आदि जैसे सकरात्मक गुणों का विकास करने के लिए प्रयत्नशील है। शिक्षक अपने कक्षा संचालन के पूर्व बच्चों को इसके लिए तैयार करने का प्रयत्न करेंगे।
प्रशिक्षण में नारायण कुमार, प्रवीण कुमार रथ, श्रीमती मीनाक्षी रजक, कामदेव महतो, गणेश चन्द्र बानरा, मनोज कुमार, कुंज बिहारी कर एवं विश्व रंजन त्रिपाठी उपस्थित रहे।