एलआरडीसी कार्यालय की प्रधान लिपिक स्वागता नंदा को एसीबी ने ₹8000 घूस लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार…
सरायकेला: संजय मिश्रा : सरायकेला स्थित भूमि सुधार उप समाहर्ता कार्यालय में कार्यरत महिला लिपिक स्वागता नंदा के द्वारा फाइल बढ़ाने के एवज में आठ हजार रुपये की रिश्वत की मांग आवेदक स्वर्णपुर निवासी सिंह सोय से की गई थी। इस मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने गुरुवार की दोपहर छापामारी कर आठ हजार रुपये रिश्वत लेते हुये आरोपित स्वागता नंदा को गिरफ्तार कर लिया। जैसे ही एसीबी की टीम ने लिपिक को गिरफ्तार किया। कार्यालय में हड़कंप मच गया। धीरे धीरे पूरी बात जिले में फैल गई।
फिर तुरंत ही एसीबी की टीम आरोपित लिपिक को लेकर जमशेदपुर के लिए निकल गई। आरोपित स्वागता नंदा के खिलाफ एसीबी ने धारा-7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 2018 के तहत प्राथमिकी अभियुक्त के खिलाफ ट्रैप की कार्रवाई की गई। यहां बता दें कि वादी लिपिक के कार्यालय के चक्कर लगाता रहा। लेकिन उसकी एक नहीं सुनी जा रही थी। लिपिक द्वारा बार बार रकम की ही मांग की जा रही थी।
परेशान होकर सिंह सोय ने एसीबी से लिखित शिकायत कर दी। फिर एसीबी के अधिकारियों के कहे अनुसार सिंह सोय ने कार्य किया और जैसे ही लिपिक ने सिंह सोय से आठ हजार की रकम रिश्वत के रुप में ली। एसीबी की टीम ने उसे उसी वक्त धर दबोच लिया।
यह है मामला:-
सरायकेला के स्वर्णपुर निवासी सिंह सोय द्वारा पुलिस अधीक्षक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) जमशेदपुर को लिखित आवेदन देकर सूचित किया गया था कि उनके द्वारा मौजा उकरी थाना सरायकेला के खाता संख्या 64 प्लाट संख्या 79 कुल 49 डीसमील जमीन खरीदा गया। जिसे दाखिल खारिज वाद को अंचलाधिकारी सरायकेला द्वारा अस्वीकार कर दिया गया। तत्पश्चात आवेदक ने भूमि सुधार उप समाहर्ता सरायकेला के न्यायालय में अपील दायर की। भूमि सुधार उप समाहर्ता के कार्यालय में कार्यरत महिला लिपिक स्वागता नंदा द्वारा फाइल को आगे बढ़ाने के एवज में आठ हजार रुपये की रिश्वत की मांग वादी से की।
सिंह सोय रिश्वत देना नहीं जाता था। इस हेतु सिंह सोय द्वारा कानूनी कार्रवाई करने के लिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को लिखित आवेदन दिया। वादी द्वारा समर्पित आवेदन में लगाए गए आरोप का सत्यापन कराया गया। सत्यापनोपरांत, सत्यापनकर्ता ने अपने प्रतिवेदन में भूमि सुधार उप समाहर्ता सरायकेला में कार्यरत महिला स्वागता नंदा द्वारा वादी से आठ हजार रुपये रिश्वत मांगने की बात की पुष्टि की।
कोट: – सुनील चौधरी, डीएसपी एसीबी।
म्यूटेशन की फाइल बढ़ाने को लेकर वादी से आठ हजार रुपये की रिश्वत लिपिक स्वागता नंदा द्वारा मांगी जा रही थी। वादी सिंह सोय की शिकायत के बात एसीबी एक्शन में आई और लिपिक की गिरफ्तारी रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए हुई। लिपिक को जल्द ही जेल भेजा जाएगा।