मत्स्य कच्छप के रूप में हुआ महाप्रभु श्री जगन्नाथ एवं अग्रज बलभद्र का हुआ वेष श्रृंगार; दर्शन कर भक्तों ने की पूजा अर्चना…
सरायकेला संजय मिश्रा । सरायकेला रथ यात्रा की प्रसिद्ध वेश परंपरा के तहत मंगलवार की प्रातः मौसी बाड़ी गुंदीचा मंदिर के पट खुलते ही भक्तों ने वेष श्रृंगार के रूप में महाप्रभु भगवान श्री जगन्नाथ एवं उनके बड़े भाई अग्रज बलभद्र के दर्शन किए। इस अवसर पर महाप्रभु भगवान श्री जगन्नाथ मत्स्य अवतार में और बड़े भाई अग्रज बलभद्र कच्छप कछुए के अवतार में भक्तों को दर्शन दिए। मौके पर भक्तों ने विधि विधान के साथ महाप्रभु श्री जगन्नाथ, बहन सुभद्रा एवं बड़े भाई बलभद्र की पूजा अर्चना करते हुए भोग प्रसाद का चढ़ावा चढ़ाया।
इस अवसर पर दर्जनों की संख्या में भक्तों ने कतार लग कर महाप्रभु के दर्शन एवं पूजा अर्चना किए। मौके पर वेष श्रृंगारकर्ता मुख्य कलाकार गुरु सुशांत कुमार महापात्र के नेतृत्व में उनके सहयोगी शिष्य पार्थ सारथी दास, उज्जवल सिंह, सुमित महापात्र, शुभम कर, मानू सतपथी, विक्की सतपथी एवं मुकेश साहू मौजूद रहे।