सिक्किम के राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से आए प्रशिक्षु
कलाकारों ने उरुभंगम छऊ नृत्य नाटक की प्रस्तुति
की…..
सरायकेला (संजय मिश्रा) सरायकेला के छऊ कला प्रशिक्षण संस्थान आचार्य छाऊ नृत्य विचित्रा में सिक्किम के राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय एनएसडी से आए कलाकारों ने एक महीने के अथक अभ्यास के बाद महाकवि भास द्वारा महाभारत की पृष्ठभूमि पर लिखे गए नाटक उरुभंगम की प्रथम प्रस्तुति की।
संस्थान के निदेशक पद्मश्री शशधर आचार्य के नेतृत्व और निर्देशक सौती चक्रवर्ती के निर्देशन में नाटक की सफल प्रस्तुति की गई। नाटक में अभिनेता तुषार ने दुर्योधन एवं रवि ने भीम की भूमिका निभाई। आदित्य ने दुशासन, बिटूपन ने अभिमन्यु, धीरज ने शकुनी, अखिलेश ने बलदेव, आदर्श ने अश्वत्थामा, विक्रम ने धृतराष्ट्र, पल्लवी ने गांधारी, युगेन ने दूर्जय, संध्या ने सुभद्रा, सयाली और अजंता ने दुर्योधन की रानियों एवं दीपिका ने द्रोपदी की भूमिका निभाई।
दर्शकों द्वारा नाटक के संगीत की भी सराहना की गई। संगीत का निर्देशन गुरु नाथू महतो ने किया। जबकि सुकांत आचार्य एवं सुरेंद्र नाथ सोरेन ने ढोल, पटम मुखी ने कड़का, शुभम ने नगाड़ा, मनीष रॉय ने वायलिन तथा उत्कर्ष सोनी ने बांसुरी वादन की बेहतरीन प्रस्तुति की। आदर्श कुमार मिश्र ने कार्यक्रम का संचालन किया।
संस्थान के सह निदेशक रंजीत आचार्य ने बताया कि दर्शकों में मुख्य रूप से जलेश कवि, मनोज कुमार चौधरी, प्रदीप कुमार पति, विद्या भूषण सिंह, अमलेश सिन्हा, रमानाथ आचार्य, दिलीप शंकर आचार्य सहित दर्जनों की संख्या में दर्शक मौजूद रहे।