बाजार शुल्क विधेयक के खिलाफ गोलबंद होने लगे कोल्हान के व्यापारी…
सरायकेला (संजय मिश्रा ) : झारखण्ड सरकार के द्वारा प्रस्तावित कृषि उपज एवं पशुधन संवर्द्धन विधेयक (बाजार समिति शुल्क) लगाने के विरोध पूरे कोल्हान को व्यापारी गोलबंद होने लगे हैं। व्यापारियों के संगठन चैम्बर आफ कामर्स के सभी जिला के पदाधिकारियों ने बैठक आयोजित कर इस विधेयक का विरोध करने का फैसला लिया है। सरायकेला चैम्बर आफ कामर्स के अध्यक्ष प्रेम अग्रवाल ने कहा कि वैसे ही महंगाई चरम पर है।
अगर यह विधेयक को लागू कर दिया जाता है तो बाजार में महंगाई और बढ़ेगी। जिसका प्रभाव पूरे झारखंड में देखने को मिलेगा। व्यापारी ललित चौधरी ने कहा कि पूर्व में भी झारखण्ड सरकार के द्वारा यह शुल्क लगाने का प्रयास किया गया था। तब झारखण्ड के तमाम व्यापारी संगठनों ने इसका विरोध दर्ज कराते हुए आंदोलन किया था और सरकार को इस प्रस्ताव को वापस लेना पड़ा था। इस बाजार समिति शुल्क के लागू हो जाने राज्य में खाद्धान्न वस्तुओं की महंगाई बढ़ जायेगी और इससे व्यापारियों के साथ-साथ आम जनता पर भी इसका सीधा असर पड़ेगा। यह विधेयक गरीब विरोधी है।
जो शुल्क बाजार समिति लगाएगी। उसकी वसूली व्यापारी वर्ग से होगी। जो आम जनता के हित में नहीं है। यहां बता दे कि विधेयक के विरोेध में चैम्बर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा बैठक का आयोजन जमशेदपुर में किया गया था, जिसमें सरायकेला ही नहीं पूरे कोल्हान के व्यापारी वर्ग पहुंचे थे।